नयी दिल्ली : नई वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संकेत दिया कि विदेशी कंपनियों को देश में विशाल स्टोर खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यानी बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति नहीं होगी. सीतारमण के इस बयान का खुदरा व्यापारियों ने स्वागत किया है पर संगठित खुदरा कारोबार करने वाली कंपनियां इस मामले में अभी सरकार की आगे की दिशा देखने का इंतजार करने के मूड में दिखती हैं. सीतारमण ने कहा कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि इससे छोटे व्यापारी व किसान प्रभावित हो सकते हैं.
सीतारमण ने आज यहां कहा, ‘‘फिलहाल पार्टी का रख स्पष्ट है. हमने स्पष्ट किया है कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अभी अनुमति देना उचित नहीं है, क्योंकि छोटे व्यापारियों व किसानों को उचित तरीके से सशक्तीकरण नहीं हुआ है. यदि आप बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति देते हैं, तो इससे यह वर्ग बुरी तरह प्रभावित होगा.’’ खुदरा व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने भाषा से कहा सीतारमण की इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि ‘‘उनका वक्तव्य भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र के अनुरुप ही है.’’
संगठित खुदरा कारोबार करने वाली फर्मों के संगठन रिटेलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर सरकार की ओर से चीजें और स्पष्ट होने का इंतजार करेंगे. एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार राजगोपालन ने प्रेट्र से कहा, ‘‘हमें देखो व इंतजार करना होगा. यदि वे बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति नहीं देते हैं, तो बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र की बडी विदेशी कंपनियां भारत में प्रवेश नहीं कर पाएंगी. हमें देखना होगा कि नीतियां क्या रहती हैं. भाजपा के घोषणा-पत्र में हालांकि खुदरा क्षेत्र के लिए कई उत्साहवर्धक संकेतक हैं.’’
कुमार ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि वह खुदरा क्षेत्र के ढांचे का विकास करेगी. इसमें खुदरा क्षेत्र के आधुनिकीकरण व आपूर्ति श्रृंखला पहल में सुधार की बात की गई है. फ्यूचर समूह के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी किशोर बियाणी ने इस मुद्दे पर टिप्पणी से इनकार किया. हालांकि इससे पहले उन्होंने कहा था कि उन्होंने नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार से नई खुदरा नीति बनाने का आग्रह किया है, जिसमें एफडीआई पर अंकुश एकल या बहु ब्रांड के आधार पर नहीं, बल्कि स्टोर के प्रकार के आधार पर होना चाहिए.
बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के लिए आवेदन करने वाली एकमात्र विदेशी कंपनी टेस्को ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की. इस साल मार्च में टेस्को ने टाटा समूह की कंपनी ट्रेंट के साथ समान हिस्सेदारी वाले संयुक्त उद्यम की घोषणा की थी. टेस्को ने टाटा समूह की कंपनी ट्रेंट हाइपरमार्केट लि. में 50 फीसद हिस्सेदारी करीब 8.5 करोड पाउंड में खरीदी थी. आरपी संजीय गोयनका समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की. स्पेंसर्स रिटेल आरपी संजीव गोयनका समूह का हिस्सा है. इसके अलावा अन्य रिटेलरों भारती रिटेल व इन्फिनिटी रिटेल ने भी इस पर कुछ कहने से इनकार कर दिया.
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