नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज नए वित्त मंत्री अरण जेटली से मुलाकात की और उनके साथ मौजूदा आर्थिक स्थिति एवं मुद्रास्फीति से जुडे मुद्दों पर चर्चा की. यह बैठक करीब 50 मिनट चली जो 3 जून को जारी होने वाली द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा से कुछ दिनों पहले हो रही है.
राजन ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा ‘‘निश्चित तौर पर यह (मुद्रास्फीति पर नियंत्रण) ऐसा मुद्दा है जिस पर सरकार और आरबीआई लगे हैं.’’ वित्त मंत्री का पद-भार संभालने के फौरन बाद जेटली ने मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के प्रति प्रतिबद्धता जताई. आरबीआई द्वारा मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए उच्च ब्याज दर बरकरार रखने के बीच जेटली ने वृद्धि में नरमी और उच्च मुद्रास्फीति से निपटने के लिए संतुलन बिठाने का काम करने की जरुरत है.
राजन ने कहा कि आरबीआई ने हमेशा वृद्धि और मुद्रास्फीति के बीच संतुलन बिठाया है और केंद्रीय बैंक ऐसा करता रहेगा. चालू खाते का घाटा :कैड: 2013-14 में घटकर सकल घरेलू उत्पाद के 1.7 प्रतिशत के स्तर पर आने के संबंध में राजन ने कहा ‘‘कल का आंकडा बेहद अच्छा था.’’ सोने के आयात पर नियंत्रण में ढील देने के बारे में पूछने पर गवर्नर ने कहा ‘‘जैसे जैसे नीतियां आती जाएंगी आपको पता चलता जाएगा.’’
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