मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय ने शराब कारोबारी विजय माल्या और अन्य के नाम सरकारी बैंकों से छह हजार करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है. माल्या के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत यह आरोप पत्र 2005 और 2010 के दौरान लिये गये कर्ज नहीं चुकाने पर बैंकों के संघ की आेर से भारतीय स्टेट बैंक की शिकायत पर आधारित है.
पिछले साल इडी ने 900 करोड़ रुपये की आइडीबीआइ बैंक और किंगफिशर एयरलाइंस कर्ज धोखाधड़ी के मामले में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की थी. अबतक प्रवर्तन निदेशालय ने 9890 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.
केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में 9000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को जब्त करने की अनुमति मांगेगी जो फ्यूजीटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स आॅर्डीनेंस के तहत कारोबारी और उनकी कंपनियों से संबंधित हैं. इस कानून के तहत माल्या को भगोड़ा घोषित करने का मार्ग आसान होने की संभावना है.
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