नयी दिल्ली:रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी बेसिन गैस विवाद मामले में उसके खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) पर शुक्रवार को पलटवार किया. रिलायंस ने कहा है कि ओएनजीसी के चेयरमैन डीके सर्राफ को संभवत: कंपनी के ही कुछ तत्व गुमराह कर रहे हैं, ताकि वह इसी क्षेत्र में 13 साल पहले की गयी खोज को विकसित करने में अपनी विफलता छुपा सकें. ओएनजीसी ने गत 15 मई को दिल्ली उच्च न्यायालय में अपील दायर कर आरोप लगाया कि लगता है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने उसके गैस क्षेत्र से हजारों करोड़ रुपये की गैस की चोरी की है.
ओएनजीसी का यह क्षेत्र मुकेश अंबानी के कृष्णा गोदावरी बेसिन स्थित केजी-डी6 ब्लॉक के ही साथ है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बयान में कहा, ‘हम जी4 और केजी-डीडब्ल्यूएन-98-2 ब्लॉक से कथित तौर पर गैस की ‘चोरी’ के दावे का खंडन करते हैं. संभवत: यह इस वजह से हुआ कि ओएनजीसी के ही कुछ तत्वांे ने नये चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सर्राफ को गुमराह किया. जिससे वे इन ब्लॉकांे का विकास न कर पाने की अपनी विफलता को छुपा सकें.’ हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज के बयान में उन तत्वों का नाम नहीं बताया गया है जो सर्राफ को गलत जानकारी दे रहे हैं. सर्राफ ने 20 मई को कहा था कि ओएनजीसी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के खिलाफ मामला अपने व्यावसायिक हितांे के संरक्षण के लिए दर्ज किया है.
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