नयी दिल्ली: वेदांता रिसोर्सेज को उम्मीद है कि नई सरकार सुधारों को अपनाएगी और आगे की सोच वाली ऐसी नीतियां लाएगी, जिससे देश के प्राकृतिक संसाधनों के अछूते बाजार का पूरा तरह दोहन हो सके.
वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि नई सरकार के सुधार स्पष्ट होंगे और वह आगे को देखने वाली नीतियां लाएगी. इससे इस क्षेत्र का बाजार खुल सकेगा, जिसके देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर को प्रोत्साहन मिलेगा.’’ उन्होंने कहा कि देश के पास तेल एवं गैस, बॉक्साइट, कोयला, लौह अयस्क, तांबा व सोने का भारी भंडार है. इसके बावजूद हर साल इनके आयात पर अरबों डालर खर्च किए जाते हैं.
अग्रवाल ने कहा कि हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों का उत्खनन व उत्पाद पूरी दक्षता के साथ टिकाउ व पर्यावरणनुकूल तरीके से करना चाहिए. ‘‘कच्चे माल के प्रसंस्करण व बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सैकडों, हजारों बडी, मझोली व लघु इकाइयां का गठन हो सकता है, जिससे रोजगार के काफी अवसर पैदा किए जा सकते हैं. लंदन स्टाक एक्सचेंज में सूचीबद्ध वेदांता रिसोर्सेज तेल एवं गैस, एल्युमीनियम, जस्ता, तांबा व लौह अयस्क क्षेत्रों में कार्यरत है.
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