नयी दिल्ली : सफलता और जीवन की जरूरतों को पूरा करने में हमारी मदद करने वाला पैसा टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदा होता है. वैज्ञानिकों की माने तो बैंक से घर आनेवाले नोटों पर 26,000 जीवाणु होते हैं.
मास्टरकार्ड ने यह अध्ययन यूरोप के 12 देशों में कराया. शोध में 9000 उपभोक्ताओं को शामिल किया गया. लोगों ने माना कि वे नोटों और सिक्कों को हाथ लगाने के बाद हाथ नहीं धोते. अध्ययन में शामिल 43 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नोट और सिक्के साफ होते हैं, इसलिए इन्हें छूने के बाद हाथ धोने की जरूरत नहीं है.
मनोवैज्ञानिक डोन्ना डावसन ने बताया कि नोट और सिक्के हमारी सफलता में मददगार साबित होते हैं. इसलिए अधिकांश लोग इन्हें नकारात्मक सोच से नहीं जोड़ पाते. महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में यह धारणा ज्यादा है.
– गंदा पैसा
* नोट और सिक्कों पर टॉयलेट सीट से ज्यादा होते हैं जीवाणु एक नोट पर होते हैं 26,000 जीवाणु
* दुनिया के सिर्फ 20 प्रतिशत लोग नोट या सिक्के गिनने के बाद धोते हैं हाथ, धन को बीमारी से नहीं जोड़ पाते हैं लोग
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