लग्जमबर्ग-नयी दिल्ली: विश्व की सबसे बडी इस्पात कंपनी आर्सेलरमित्तल का पहली तिमाही नुकसान ज्यादा परिचालन लाभ और बिक्री से घटकर 0.205 अरब डालर रह गया. हालांकि, कंपनी साल की शेष अवधि को लेकर सतर्क रहते हुये आशावादी है.प्रवासी भारतीय अरबपति लक्ष्मी निवास मित्तल को पिछले साल की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 0.345 अरब डालर का नुकसान हुआ था.
कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी, मित्तल ने एक बयान में कहा ‘‘आज के आंकडे इस्पात बाजार में सुधार, हमारे खनन परिचालन के विस्तार और लागत कम कर लाभ बरकरार रखने के हमारे प्रदर्शन में साल-दर-साल सुधार को दर्शाते हैं.’’ समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन लाभ बढकर 1.75 अरब डालर हो गया जो पिछले साल इसी अवधि में 1.56 अरब डालर था.
कंपनी का निर्यात 2.4 प्रतिशत बढकर 2.1 करोड टन हो गया जो पिछले साल की जनवरी-मार्च अवधि में 2.05 करोड टन था. समीक्षाधीन अवधि में बिक्री मामूली सुधार के साथ 19.78 अरब डालर रही जो पिछले साल इसी अवधि में 19.75 अरब डालर थी. कंपनी का रिण 31 मार्च 2014 तक 18.5 अरब डालर था. कंपनी को उम्मीद है 2014 का कुल ब्याज व्यय करीब 1.6 अरब डालर रहेगा.
पहली तिमाही के दौरान ब्याज खर्च 42.6 करोड डालर रहा जो पिछले साल की इसी अवधि में 47.8 करोड डालर था.मित्तल ने कहा ‘‘यूरोप और अमेरिका में हमारी मुख्य बाजार में वृद्धि की संभावना उत्साहजनक है और कुल मिलाकर 2014 की शेष अवधि में में हम आशावादी लेकिन सतर्क दृष्टिकोण के साथ आगे बढेंगे.’’
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