लंदन : टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को ब्रिटिश सरकार की ओर से सोमवार को नाइट ग्रांड क्रॉस ऑफ द ब्रिटिश अंपायर (जीबीइ) अवॉर्ड प्रदान किया गया. रतन टाटा को यह पुरस्कार भारत में गणतंत्र की स्थापना के बाद पहली बार किसी भारतीय को दिया गया है.
भारत में बिटेन के उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन की ओर से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की घोषणा के आधार पर रतन टाटा को यह पुरस्कार प्रदान किया गया. पुरस्कार प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन में सामाजिक सेवाओं को ध्यान में रखते हुए टाटा समूह की ओर से किये गये निवेश को देखते हुए उसे यह पुरस्कार प्रदान किया गया है.
सम्मान समारोह के दौरान सर जेम्स ने कहा कि रतन टाटा के नेतृत्व में उद्योग जगत के क्षेत्र में किये गये कार्य भारत और ब्रिटेन में आनेवाली नयी पीढ़ी के व्यापारियों के लिए प्रेरणादायी साबित होंगे. टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा को जीबीइ पुरस्कार प्रदान करने के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने वर्ष 2009 में ही घोषणा कर दी थी.
टाटा यूके-इंडिया सीइओ फोरम के सदस्यों व ब्रिटिश प्राइममिनिस्टर बिजनेस एडवाइजरी ग्रुप में भी शामिल हैं. रतन टाटा के टाटा संस के चेयरमैन रहते यूके में टाटा कंपनी ने काफी निवेश किया है. टाटा इस समय यूके में सबसे अधिक रोजगार देने वाली कंपनी है. महारानी एलिजाबेथ की ओर से यह पुरस्कार सर्वोच्च सम्मान प्राप्त नागरिकों को दिया जाता है. आमतौर पर यह अवार्ड राजनयिक सेवा के लिए दिया जाता है. लेकिन यह विदेशी नागरिकों को भी मानद क्षमता के अनुरूप दिया जाता है.
टाटा भारत का सबसे पुराने व्यवसाय साम्राज्य को सफलता पूर्वक स्थापित किया. टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा के नेतृत्व में समूह की आय 1991 में 10 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2011-12 में 475721 करोड़ हो गया. 50 वर्षों तक कंपनी को सफलता पूर्वक संचालित करने के बाद वह दिसंबर 2012 में सेवानिवृत्त हो गये. साइरस मिस्त्री अभी नये चेयरमैन हैं.
टाटा ग्रुप ब्रिटेन में अत्यधिक लोकप्रिय है. ब्रिटिश कार ब्रांड के आइकन जगुआर व लैंड रोवर वर्ष 2008 में टाटा ग्रुप का हिस्सा बन गया. यूके में कंपनी के 16000 कर्मचारियों में 3500 इंजीनियर इसके दो प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेंटर में कार्यरत है. लगभग 78 प्रतिशत लैंड रोवर दुनियाभर के 169 देशों में जबकि जगुआर का 70 फीसदी उत्पाद दुनिया के 63 देशों में निर्यात किये जाते हैं. 1907 में लंदन में टाटा लिमिटेड की स्थापना हुई थी. पूरे यूरोप में अपने 60 हजार कर्मचारियों के साथ टाटा कंपनी काम कर रही है.
लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स सर रतन टाटा विभाग की स्थापना भी की गयी है. जहां गरीबी के कारणों पर अनुसंधान किया जाता है. रतन टाटा ने कहा कि इस अवार्ड को ग्रहण करते हुए वह सम्मानित महसूस करते हैं और महारानी के प्रति अभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि यह उद्योगों के खड़ा करने व यूके के विकास में सकारात्मक योगदान के लिए एक विशेषाधिकार जैसा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.