नयी दिल्ली : तथाकथित तौर पर देश के सबसे बड़े दूरसंचार घोटाला 2जी स्पेक्ट्रम मामले में विशेष अदालत की ओर से बरी किये जाने के बाद यूनिटेक के प्रबंध निदेशक (एमडी) संजय चंद्रा ने कहा कि उनकी ओर से कुछ भी गलत नहीं किया गया था, लेकिन उन पर थोपे गये मामले के लिए उनकी कंपनी को कीमत चुकानी पड़ी. अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह ने भी अदालत के फैसले का स्वागत किया है.
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चंद्रा ने बयान में कहा कि मेरे या मेरी कंपनी की तरफ से कुछ भी गलत नहीं किया गया था. हालांकि, इससे मुझे नुकसान हुआ है और मेरी कंपनी की वित्तीय स्थिति भी प्रभावित हुई है. हमें उस मामले की कीमत चुकानी पड़ी, जो धोखाधड़ी या बिना किसी आधार के हम पर थोपी गयी. उन्होंने कहा कि मुझे शुरू से ही न्यायिक व्यवस्था पर पूरी तरह से भरोसा था और मैं बेहद आभारी हूं कि सम्मानीय अदालत ने मुझे सभी आरोपों से बरी कर दिया है.
पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक सांसद कनिमोई को गुरुवार को एक विशेष अदालत ने 2जी घोटाला मामले में बरी कर दिया. साथ ही, इस मामले में 15 अन्य आरोपियों और तीन कंपनियों को भी बरी कर दिया. राजा और कनिमोई के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के भूतपूर्व निजी सचिव आरके चंदौलिया, स्वान टेलीकॉम के प्रवर्तक शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा और रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी समूह (आरएडीएजी) के तीन शीर्ष अधिकारी गौतम दोषी, सुरेंद्र पीपारा और हरि नायर शामिल थे.
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