नयी दिल्ली: देश की सबसे बडी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने 12 नवंबर, 2013 से 4 फरवरी, 2014 के दौरान विनिर्मित अर्टिगा, स्विफ्ट व डिजायर माडलों की 1,03,311 कारें बाजार से वापस मंगाई हैं. कंपनी इन वाहनों में खराब फ्यूल फिलर नेक (ईंधन की टंकी की नली) बदलेगी. खराबी दुरस्त करने के लिए […]
नयी दिल्ली: देश की सबसे बडी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने 12 नवंबर, 2013 से 4 फरवरी, 2014 के दौरान विनिर्मित अर्टिगा, स्विफ्ट व डिजायर माडलों की 1,03,311 कारें बाजार से वापस मंगाई हैं. कंपनी इन वाहनों में खराब फ्यूल फिलर नेक (ईंधन की टंकी की नली) बदलेगी.
खराबी दुरस्त करने के लिए वाहनों वापस मंगाने के ममले में यह इस कंपनी से सबंधित सबसे बडा आंकडा है.कंपनी 42,481 डिजायर, 47,237 स्विफ्ट व 13,593 अर्टिगा वापस ले रही है. कंपनी ने बयान में कहा है, ‘‘ यह प्रक्रिया सिर्फ बताए गई समयावधि के वाहनों के लिए है और इसके दायरे में कंपनी के अन्य वाहन नहीं आएंगे.’’
कंपनी ने वाहनों का बाजार से वापस मंगाने की वजहों का खुलासा करते हुए कहा कि संबंधित खामी के कारण इन वाहनों में ईंधन की बदबू और कुछ परिस्थितियों में ईंधन लीकेज की समस्या हो सकती है. ऐसा उस स्थिति में होगा जबकि ‘आटो कटआफ स्तर’ से उपर ईंधन भर जाएगा.कंपनी ने कहा है कि मारुति के डीलर इस अवधि में बिके वाहनों के मालिकों से संपर्क करेंगे और ईंधन की टंकी की नली बदली जाएगी. नए फ्यूल फिलर नेक डीलरों की वर्कशॉप पर भेजे जा रहे हैं.
मारुति ने कहा कि इस गडबडी से प्रभावित वाहनों की संख्या को देखते हुए कंपनी डीलरों की वर्कशॉप पर उचित मात्र में कलपुर्जे उपलब्ध करा रही है. उसके बाद ही उपभोक्ताओं को अपने वाहनों के साथ आने को कहा जाएगा.इससे पहले फरवरी, 2010 में कंपनी ने अपने फ्लैगशिप निर्यात माडल ए-स्टार की एक लाख इकाइयां खराब फ्यूल पंप पुर्जे को बदलने के लिए बाजार से वापस ली थीं. कंपनी ने कहा है कि स्विफ्ट, डिजायर व अर्टिगा के ग्राहक जिन्होंने 12 नवंबर, 2013 के बाद कारें खरीदी हैं वे कंपनी की वेबसाइट पर इस बात की जांच कर सकते हैं उनकी कार भी प्रभावित में आती है.
पिछले साल मारुति ने अर्टिगा, स्विफ्ट व डिजायर तथा ए माडल की अक्तूबर, 2013 में विनिर्मित कारों को स्टीयरिंग कॉलम की समस्या दूर करने के लिए बाजार से वापस लिया था.
इससे पहले इसी सप्ताह टोयोटा किलरेस्कर मोटर ने अपने बहुउद्देशीय वाहन इनोवा की फरवरी, 2005 से दिसंबर, 2008 के दौरान देश में विनिर्मित कारांे को स्टीयरिंग व्हील में खराब केबल को ठीक करने के लिए बाजार से वापस लिया था. वैश्विक स्तर पर जापान की मूल कंपनी टोयोटा मोटर कॉर्प ने 63.9 लाख वाहन बाजार से वापस लिए थे. जनरल मोटर इंडिया ने पिछले साल अपने बहुउद्देशीय वाहन शेवरले तावेरा की 1.14 लाख इकाइयां एमिशन व स्पेसिफिकेशन की गडबडी दूर करने के लिए बाजार से वापस ली थीं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.