नयी दिल्ली:चुनाव आयोग से हरी झंडी मिलने के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि आरबीआइ बोर्ड के फैसले के बाद ही बैंक लाइसेंस जारी किये जायेंगे. क्रेडिट पॉलिसी के बाद राजन ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ बैंक लाइसेंस जारी होंगे. उन्होंने कहा कि बैंक लाइसेंस के लिए नयी सरकार का इंतजार नहीं किया जा सकता, क्योंकि लाइसेंस जारी करना रेगुलेटर की जिम्मेदारी है, सरकार की नहीं.
राजन ने कहा कि चुनाव के बाद अगर अच्छा बजट पेश हुआ, तो अर्थव्यवस्था में तेजी आयेगी. हालांकि, सर्विस सेक्टर के विकास में कमी देखने को मिली है, लेकिन पिछले कुछ महीने में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर में कमी आयी है. कृषि ग्रोथ अच्छी रही, तो खाद्य महंगाई दर में कमी संभव है. ऐसे में महंगाई दर में कमी आने से अर्थव्यवस्था और उद्योग में तेजी आयेगी. साथ ही अगर अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिला, तो ब्याज दरों में कटौती करेंगे.
राजन के मुताबिक, जनवरी 2015 में आठ फीसदी सीपीआइ महंगाई दर को हासिल करने का लक्ष्य है. रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि रुपये में उतार-चढ़ाव रिजर्व बैंक की बड़ी चिंता है. रु पया अगर 45-50 प्रति डॉलर तक आता है, तो निर्यात पर असर होगा. रघुराम राजन का मानना है कि बैंकों के एसेट को नुकसान पहुंचा, तो पूरे देश में संकट संभव है.
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