विंडोज एक्स पी से माइक्रोसॉफ्ट का सपोर्ट 8 अप्रैल को खत्म हो रहा है. इसके बाद किसी भी विंडोज एक्स पी यूजर को कंपनी की तरफ से कोई अपडेट नहीं दिया जायेगा. इससे एटीएम समेत कई बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ सकता है. यही नहीं इसका प्रभाव और भी कई तरह से पड़ेगा. यूं तो सपोर्ट बंद होने के बाद भी आप विंडोज एक्स पी का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन इसको इस्तेमाल करने को लेकर आपके खतरे बढ़ जायेंगे.
* यह नहीं मिलेगा
विंडोज अपडेट की गैर-मौजूदगी में आपके कंप्यूटर को यह सब नहीं मिलेगा :
1. हैकिंग, वायरसों और दूसरे हमलों से बचाने वाले नये अपडेट्स.
2. नये बनने वाले हार्डवेयरों के लिए सपोर्ट नहीं मिलेगा.
3. हो सकता है कि कई नये सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में न चलें. भले ही वे माइक्रोसॉफ्ट के ही क्यों न हों.
4. उसमें कोई नये फीचर्स नहीं जोड़े जाएंगे, कोई नई सुविधा नहीं आयेगी. क्यों होगा खतरा: 8 अप्रैल के बाद कंपनी कोई सपोर्ट प्रोवाइड नहीं करेगी. ऐसी स्थिति में दो रास्ते होंगे या तो आप अधिक पैसे देकर कस्टम विंडोज एक्सपी का इस्तेमाल करे या फिर नया ओएस अपना लें. पुराना विंडोज एक्सपी इस्तेमाल करने वाले कमजोर सिक्यॉरिटी के कारण हैकरों,वाइरस के निशाने पर होंगे.
क्या नहीं होगा
अगर आपके सिस्टम में विंडोज एक्स पी है तो आपका सिस्टम 8 अप्रैल के बाद से काम करना बंद नहीं करेगा.
1. आपको जबरन विंडोज 8 के लिए अपडेट नहीं करना पड़ेगा.
2. एक्स पी पर ट्रबलशूटिंग पर माइक्रोसॉफ्ट का सपॉर्ट भले न मिले लेकिन इंटरनेट पर ऐसे हजारों आर्टिकल्स हैं जिनके जरिये आप अपनी छोटी- मोटी समस्यायें ठीक कर सकेंगे.
क्या करें
अगर सामान्य यूजर हैं और इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते तो आपका काम एकाध साल चलता रह सकता है. फिर भी पेन ड्राइव या दूसरे जरियों से नये वायरसों के आने का कुछ खतरा रहेगा.
1. अच्छे ऐंटिवाइरस, ऐंटिस्पाईवेयर सॉफ्टवेयरों और फायरवॉल्स का इस्तेमाल करके आप अपने कंप्यूटर को सुरिक्षत रखने की कोशिश कर सकते हैं.
2. जो लोग ऑपरेटिंग सिस्टम बदलने की स्थिति में हैं, उनके लिए 8 अप्रैल 2014 से पहले विंडोज 7 या 8 को अपना लेना बेहतर रहेगा.
3. अगर आप नये सिस्टम का खर्च उठाने में सक्षम हैं तो आपको एक्सपी से आगे बढ़ जाना चाहिए.
4. ऐसा नहीं कर सकते और फिर भी कंप्यूटर को सुरिक्षत बनाये रखना चाहते हैं तो उसे बाहरी दुनिया से अलग थलग रखकर काम करना चाहिए.
5. सोचिए तीन नये संस्करण विस्टा, विंडोज 7 और विंडोज 8 आने के बाद भी विंडोज के 12 साल पुराने संस्करण पर टिके रहना कितना सही है, जबकि तकनीकी दुनिया में इस बीच न जाने कितने बदलाव आ चुके हैं.
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