यदि पूरी दुनिया के एनआरआइ, ओसीआइ और भारतवंशियों की गिनती की जाए, तो यह संख्या 10 करोड़ के करीब है. निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में भारत की प्रतिष्ठा विदेशों में बढ़ी है.
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