कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहयोग करें, तो अच्छा और नहीं करें तो अच्छा. बंगाल में रह रहे शरणार्थियों को केंद्र सरकार नागरिकता देगी.
श्री विजयवर्गीय ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) पारित होने के दूसरे दिन प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ममता बनर्जी द्वारा बंगाल में नागरिकता संशोधन विधेयक लागू नहीं होने की घोषणा पर यह टिप्पणी की.
उन्होंने कहा, ‘ममता जी संविधान की सीमा में रहें. अहंकार और कुप्रचार से कुछ नहीं होगा. केंद्र सरकार ने कानून बनाया है. केंद्र सरकार ने बांग्लादेशी शरणार्थियों को नागरिकता देने का वादा किया है. ममता जी सहयोग करें या नहीं करें, शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी.’
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, ‘ममता जी, आपको मुख्यमंत्री का पद राज्य की जनता ने दी है और यदि जनता के हितों की अवेहलना की तो जनता कुर्सी छीन भी लेगी.’ उन्होंने कहा, ‘70 वर्षों से बांग्लादेशी शरणार्थियों को इस्तेमाल वोट बैंक के रूप में हुआ, लेकिन किसी भी राजनीतिक पार्टी ने उन्हें नागरिकता नहीं दी.’
श्री विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बंगाल की जनता से वादा किया था और उन्होंने अपना वादा पूरा किया और शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून पारित हो गया. यह डॉ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है.
उन्होंने कहा कि इस कानून के पारित होने से तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और माकपा जैसी पार्टियों का दोहरा चरित्र सामने आ गया है. संसद में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और अभिषेक बनर्जी ने जिस तरह से विधेयक का विरोध किया, उससे साफ है कि तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी बांग्लादेशी शरणार्थी राजवंशी, मतुआ, कीर्तनिया आदि को नागरिकता देने के पक्ष में नहीं हैं.
श्री विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की जनता को गुमराह किया है, लेकिन इस विधेयक के पारित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विरोधी पार्टियां बेनकाब हो गयी हैं.