कुआलालंपुर : मलेशिया के लापता विमान की तलाश के लिए 11 देशों के अभियान के तेज होने के बीच यह सबूत मिल रहे हैं कि विमान का गायब होना जानबूझकर की गयी कार्रवाई थी. इस बीच अधिकारियों ने आज कहा कि विमान के कॉकपिट से बोले गए आखिरी शब्द संभवत: सहपायलट के थे.
साक्ष्य से इस संकेत को बल मिल रहा है कि 10 दिन पहले लापता हुए विमान का अपहरण किया गया हो या तोडफोड की कार्रवाई हुयी हो. यह बात उभर कर सामने आ रही है कि काकपिट से भेजा गया आखिरी संदेश तब भेजा गया था जब कोई विमान की स्वचालित ट्रैकिंग प्रणालियों में से एक को नाकाम कर रहा था. आखिरी शब्द ‘‘आल राइट, गुड नाइट’’ संभवत: सह.पायलट के थे. मलेशिया एयरलाइंस के सीईओ अहमद जौहरी यह्या ने संवाददाताओं से कहा कि शुरुआती जांच से संकेत मिलते हैं कि सह.पायलट ने टिप्पणी की थी.
कैप्टन जेड ए शाह और उनके पहले अधिकारी एफ ए हमीद विमान के लापता होने के बाद जांच के दायरे में हैं. अधिकारी इस संभावना की भी जांच कर रहे हैं कि विमान ने बंगाल की खाडी के उपर व्यस्त हवाई मार्ग का लाभ उठाया हो और सैन्य रडार के संदेह से बच गया हो. विमान में 239 लोग सवार थे जिनमें पांच भारतीय और एक भारत-कनाडाई भी थे.