सिडनी: जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और उद्योगपतियों ने आज बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जिसमें 2030 तक 57,000 अरब डालर के निवेश का अनुमान है.
बी20 के अध्यक्ष रिचर्ड गॉयडर ने बी20 और जी20 के गोलमेज सम्मेलन में कहा ‘‘उद्योग और सरकार, वित्तीय संस्थानों और समुदाय जिनमें हम रहते हैं और काम करते हैं, के बीच योजनाएं विकसित करने और खर्च करने की जरुरत है, क्योंकि मेरा मानना है कि विकसित और विकासशील देशों को इससे बहुत फायदा होगा.’’ बी20, जी20 देशों के उद्योगपतियों का समूह है जिसने मैकिंजी ग्लोबल इंस्टीच्यूट का हवाला देते हुए अनुमान लगाया है कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि की मांग पूरी करने के लिए 2030 तक विश्व भर में वित्तीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए 57,000 अरब डालर की जरुरत होगी.
आस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री जॉय हॉकी ने कहा कि उनके देश में अगले कुछ साल में करीब 400 अरब डालर की नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की जरुरत है.हॉकी ने जी20 की वेबसाइट पर डाली टिप्पणी में कहा ‘‘अगले छह साल में सरकार विशेष तौर पर अपने बड़े शहरों में नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर 39 अरब डालर खर्च करेगी. लेकिन बहुत काम करना है और यह काम कभी खत्म नहीं होगा.’’ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हॉकी ने कहा कि बुनियादी ढांचे की चुनौती बहुत महत्वपूर्ण है, सिर्फ विकासशील देशों के लिए ही नहीं बल्कि विकसित देशों के लिए भी.
हॉकी ने कहा कि अमेरिका और आस्ट्रेलिया दोनों में निजी क्षेत्र के पास फिलहाल बहुत संसाधन हैं और निवेश को सुविधा प्रदान करने की जरुरत है.गोलमेज सम्मेलन में बी20 बुनियादी ढांचा एवं निवेश कार्यबल संयोजन समिति के अघ्यक्ष डेविड टोडी ने कहा कि बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश के आड़े आ रही बाधाओं पर ध्यान देने की जरुरत है.