सिडनी: अमेरिका के मौद्रिक नीति कार्यक्रम में होने वाले किसी भी बदलाव पर अधिक पारदर्शिता अपनाये जाने की जोरदार मांग के बीच जी20 देशों के वित्त मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक आज यहां शुरु हो गई.वैश्विक वित्तीय बाजारों में उठापटक को कम से कम रखने और वैश्विक आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिये ‘‘वास्तविक और उपयुक्त नियमन ढांचा’’ बनाने के वास्ते इस बैठक में विचार होगा.
जी20 देशों की अध्यक्षता आस्ट्रेलिया कर रहा है. आस्ट्रेलिया चाहता है कि अर्थव्यवस्थाओं की बेहतरी और वैश्विक स्तर पर आर्थिक वृद्धि के लक्ष्य को हासिल करने के लिये वित्त मंत्रियों को एक वास्तविक योजना पर सहमत होना चाहिये। दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाएं अभी भी मंदी के असर से जूझ रही हैं.जी20 देश की मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले संवाददाताओं के साथ बातचीत में आस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री जॉय हॉकी ने उम्मीद जताई है कि बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था में अगले पांच साल के दौरान वृद्धि के लिये एक स्पष्ट रुपरेखा तैयार की जायेगी.जी20 के ये देश दुनिया की 85 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करते हैं.
विश्व अर्थव्यवस्था के समक्ष इस समय अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक प्रोत्साहन कार्यक्रम में बदलाव किया जाना है. इसमें होने वाले बदलाव से दुनियाभर में मुद्राओं की विनिमय दर में भारी उतार चढ़ाव होता है जिससे भारत सहित उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर ज्यादा असर पड़ता है.