मेलबर्न : आस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने आज आश्वासन दिया कि वह कार्यालयों और मोटरसाइकिल चलाते वक्त सिख समुदाय के लोगों को पगड़ी पहनने की इजाजत देने पर गौर करेंगी. जूलिया ने सिडनी के उपनगरीय इलाके ग्लेनवुड स्थित एक गुरुद्वारे में हुयी एक बैठक में आस्ट्रेलियाई सिख एसोसिएशन के सदस्यों को आश्वासन दिया, ‘‘हम आपके समुदाय के साथ उन बदलावों के लिये मदद करने की दिशा में काम करेंगे, जिनका आग्रह सांस्कृतिक एवं धार्मिक आधार पर किया गया है.’’
एसोसिएशन के सदस्यों ने उनसे यह आग्रह भी किया कि वह आधिकारिक आयोजनों में सिखों को सरकारी कार्यालयों में 6 इंच की कृपाण रखने की इजाजत देने पर भी विचार करें और सिख समुदाय के बच्चों में अन्य धर्म के बच्चों से फर्क करने के लिये एक स्कूल नीति लायें. गुरुद्वारा के ट्रस्टी प्रवक्ता बलविंदर सिंह चहल ने कहा कि ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों ने पहले ही सिख सिविल इंजीनियरों एवं कामगारों को कार्यस्थलों पर और मोटरसाइकिल चलाते वक्त टोपी की जगह पगड़ी पहनने की इजाजत दे रखी है.
‘ब्लैकटाउन सन’ अखबार के अनुसार प्रवक्ता बलविंदर सिंह चहल ने हाल की जनगणना के हवाले से बताया कि पंजाबी भाषा और सिख धर्म सबसे तेजी से बढ़ने वाली भाषा और धर्म है. इसमें वर्ष 2006 से 2011 के बीच 205 फीसदी की बढ़त दर्ज की गयी. उन्होंने स्कूलों के राष्ट्रीय पाठ्यक्रम, विशेष तौर पर पश्चिमी सिडनी, में पंजाबी भाषा और इतिहास को शामिल करने की भी मांग की. ग्रीनवे के सांसद मिशेल राउलैंड के अनुसार यह आस्ट्रेलिया के किसी प्रधानमंत्री की किसी गुरुद्वारे की पहली यात्र है. गुरुद्वारे के ट्रस्टियों ने जुलिया गिलार्ड को स्वर्ण मंदिर की एक तस्वीर और वेस्टमीड अस्पताल के लिये 10 हजार डालर का एक चेक भेंट किया.