यरुशलम : फलस्तीनी क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यक्रम के समन्वयक ने जॉर्डन वैली में इस्राइल द्वारा 36 घरों को नष्ट किए जाने की घटना की निंदा की है और पश्चिमी तट में ऐसी कार्रवाइयों पर रोक लगाने की मांग की है.सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने कल जॉर्डन वैली क्षेत्र में रातभर विरोध प्रदर्शन किया.
जेम्स रॉले ने एक बयान में कहा कि जॉर्डन वैली के एन अल-हेल्वे के समुदाय के साथ गुरुवार को की गई इस कार्रवाई में 66 लोग विस्थापित हुए. इनमें 36 बच्चे भी शामिल थे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जॉर्डन वैली के साथ साथ, जारी विस्थापनऔरफलस्तीनियों की बेदखली के बारे में बहुत चिंतित हूं. इस जगह पर नष्ट किए गए मकानों की संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी है.’’रॉले ने कहा ‘‘इस गतिविधि से फलस्तीनी लोगों को ठिकाने और मूल सुविधाओं से तो वंचित होना पड़ ही रहा है साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय कानून के भी खिलाफ है.’’
उनके कार्यालय ने कहा कि पिछले साल पश्चिमी तट में 1,000 से ज्यादा लोग विस्थापित होकर पूर्वी यरुशलम में आकर बस गए थे. बिना इस्राइली परमिट के बने इनके मकानों को तोड़ दिया गया था. ये परमिट ‘‘हासिल कर करना लगभग असंभव ही है.’’ एएफपी के एक फोटोग्राफर ने कहा कि कल 300 फलस्तीनी इस्राइली और विदेशी कार्यकर्ताओं के साथ पश्चिमी तट में परित्यक्त मकानों के पास शिविर लगाकर विरोध जताने के लिए बैठे थे.