वाशिंगटन : अमेरिकी खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत में गठबंधन सरकार का ही बोलबाला रहेगा क्योंकि 2014 के आम चुनाव में किसी भी दल को बहुमत मिलने की संभावना नहीं है.
अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर ने कहा, ‘‘भारतीय प्रशासन में गठबंधन की राजनीति का बना रहना लगभग तय है. 1984 के बाद से आम चुनाव में अभी तक संसद के निचले सदन में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है.’’उनका कहना है, ‘‘हमारा अनुमान है कि यह ट्रेंड 2014 के चुनाव में भी जारी रहेगा और राजनीतिक दलों के ध्रुवीकरण से राजनीतिक सहमति बनाना और मुश्किल होगा.’’
‘सीनेट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस’ के सामने उन्होंने कहा कि विशेष रुप से इस चुनावी वर्ष में भारत की आर्थिक और विदेश नीतियों के निर्धारण में गठबंधन की राजनीति और संस्थागत चुनौतियां मुख्य भूमिका निभाएंगी. क्लैपर ने कहा कि स्थिर और लोकतांत्रिक पाकिस्तान के मुद्दे पर भारत अमेरिका के विचारों से सहमत है. इससे दक्षिण और मध्य एशिया के बीच व्यापारिक और आर्थिक समन्वय को बढ़ावा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से नाटो सेना के हटाए जाने के बाद भी देश के भविष्य के बारे में भारत अमेरिका के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा. चीन-भारत संबंधों के बारे में क्लैपर ने कहा कि हालांकि दोनों पक्षों ने सीमा विवाद के पुराने मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया है लेकिन दोनों देशों के बीच परस्पर संदेह की स्थिति बने रहने की आशंका है.