वाशिंगटन : अमेरिका ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े उतार कर कथित तलाशी को आज यह कहते हुए वस्तुत: उचित ठहराया कि गिरफ्तारी के दौरान मानक प्रक्रियाएं अपनाई गई हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मारी हर्फ ने यहां अपने रोजाना समाचार सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, डिप्लोमेटिक सिक्यूरिटी विदेश मंत्रालय के दायरे में है और उनकी (देवयानी की) गिरफ्तारी में उसने मानक प्रक्रियाओं का पालन किया.
मारी ने यह बात तब कही जब उनसे मीडिया की इन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया कि क्या न्यूयार्क में भारत की 39 वर्षीय वाणिज्य उप महादूत देवयानी की कपड़े उतार कर तलाशी ली गई और क्या गिरफ्तारी के बाद उन्हें नशेड़ियों के साथ रखा गया. मीडिया की रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि देवयानी का डीएनए स्वाब लिया गया.
मारी ने कहा, डिप्लोमेटिक सिक्युरिटी के लोगों ने हमारी मानक प्रक्रियाओं का पालन किया जिसे मैं मानक मान रही हूं क्योंकि ये वही हैं जिनसे हमारी डिप्लोमेटिक सिक्युरिटी का नाता रहता है.
वीजा जालसाजी मामले में 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी देवयानी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं. उन्हें सार्वजनिक रुप से हथकड़ी लगाई गई. बाद में उन्होंने अदालत में कहा कि वह दोषी नहीं है जिसके बाद उन्हें ढाई लाख डालर के बांड पर रिहा किया गया.
बहरहाल, मारी ने यह कहते हुए यूएस मार्शल्स के हाथों देवयानी के साथ दुर्व्यवहार का जिक्र किया कि डिप्लोमेटिक सिक्यूरिटी ने भारतीय राजनयिक को यूएस मार्शल्स को सौंपा था.
उन्होंने कहा कि राजनयिक रिश्तों पर वियेना कन्वेंशन्स के तहत भारतीय वाणिज्य उप महादूत को सिर्फ राजनयिक कार्यों के संपादन के क्रम में की गई कार्रवाइयों में अमेरिकी अदालतों के कार्यक्षेत्र से छूट मिलती है. मारी ने कहा, वह अलग किस्म की छूट है. यह सिर्फ अमेरिका में नहीं है, यह दुनिया भर में है. भारत ने देवयानी की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है.