इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कबायली इलाके में आज हिंदू बहुल जिले के ताल इलाके में एक मदरसे को निशाना बना कर किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में कम से कम 8 लोग मारे गए. सीआईए द्वारा संचालित खुफिया विमान ने खैबर पख्तूनख्वाह के होंगू जिले के थाल इलाके में स्थित ‘इस्लामी मदरसा मक्तबा दारुल उलूम’ मदरसे को निशाना बनाया.
अफगान तालिबान सूत्रों के अनुसार ड्रोन हमले में मारे गए लोगों में हक्कानी नेटवर्क के सरगना के निकट सहयोगी अहमद जान तथा स्वयंभू कमांडर गुल मरजान एवं हमीदुल्ला शामिल हैं. इस हमले से एक दिन पहले ही विदेश मामलों एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने सीनेट की एक इकाई के समक्ष कहा था कि अमेरिका ने पाकिस्तान को तालिबान के साथ सरकार की बातचीत के बीच ड्रोन हमले न करने का आश्वासन दिया है.एक नवंबर को हुए ड्रोन हमले में तहरीक ए तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला मेहसूद के मारे जाने के बाद ऐसा पहला हमला हुआ है. इस हमले से इस्लामाबाद और वॉशिंगटन के बीच तनाव बढ़ सकता है. पहले भी पाकिस्तान के राजनीतिज्ञ और मीडिया तालिबान के साथ शांति वार्ता को कथित तौर पर बाधित करने के लिए अमेरिका की आलोचना कर चुके हैं.
सरकारी रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, अजीज ने कल सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष कहा कि अमेरिका ने सूचना दी है कि हकीमुल्ला मेहसूद के खिलाफ ड्रोन हमले ने तालिबान के साथ बातचीत को बाधित किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आश्वासन दिया है कि बातचीत से जुड़े उग्रवादियों को निशाना नहीं बनाया जाएगा. बहरहाल, अजीज ने यह नहीं बताया कि यह कैसे पता चलेगा कि तालिबान बातचीत कर रहा है और बातचीत की स्थिति के बारे में अमेरिका को किस प्रकार नवीनतम जानकारी दी जाएगी.