इस्लामाबाद : परवेज मुशर्रफ के खिलाफ भीषण देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की पहल करने संबंधी फैसले का पूर्व सैन्य शासक के प्रवक्ता ने आज कड़ा विरोध करते हुए इसे देश की सेना को कमतर करने का ‘‘घृणित प्रयास’’ बताया.
मुशर्रफ के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता रजा बुखारी ने कहा, ‘‘ हमें तालिबान समर्थक नवाज सरकार द्वारा राष्ट्रद्रोह की प्रक्रिया शुरु करने की घोषणा करने के समय को लेकर संदेह हैं. ’’बोखारी ने कहा, ‘‘ हम न केवल मजबूती के साथ इन आरोपों को नकारते हैं बल्कि इसे पाकिस्तानी सेना को कमतर करने के घृणित प्रयास के रुप में भी देखते हैं. यह सरकार द्वारा पाकिस्तान के समक्ष पेश मौजूदा खतरों से ध्यान हटाने का भी सोचासमझा प्रयास हो सकता है.’’
उन्होंने कहा कि मुशर्रफ ने संविधान के अनुच्छेद 232 के तहत उन्हें प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए तीन नवंबर 2007 को आपातकाल घोषित किया था और संविधान के कुछ अनुच्छेदों पर थोड़े समय के लिए रोक लगा दी थी.प्रवक्ता ने पूर्व राष्ट्रपति की ओर से बयान जारी करते हुए कहा, ‘ उन्होंने : मुशर्रफ : ने यह बहुप्रतीक्षित कदम न्यायपालिका के एक हिस्से में सुधार तथा पाकिस्तान में तबाही मचाने वाले आतंकवादियों और उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षा अभियानों को तेज करने के लिए उठाया था.’’