वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षाक्षेत्र की कंपनी बोइंग ने भारत को उसके दूसरे पी-8आई विमान की आपूर्ति की है. समझा जाता है कि यह विमान भारतीय नौसेना की लंबी दूरी की नौवहन निगरानी और पनडुब्बी-रोधी युद्धक क्षमताओं में वृद्धि करेगा. भारत के लिए पी-8आई विमान बनाने वाले बोइंग ने ऐसे पहले विमान की आपूर्ति मई में […]
वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षाक्षेत्र की कंपनी बोइंग ने भारत को उसके दूसरे पी-8आई विमान की आपूर्ति की है. समझा जाता है कि यह विमान भारतीय नौसेना की लंबी दूरी की नौवहन निगरानी और पनडुब्बी-रोधी युद्धक क्षमताओं में वृद्धि करेगा.
भारत के लिए पी-8आई विमान बनाने वाले बोइंग ने ऐसे पहले विमान की आपूर्ति मई में दी थी.कंपनी के अगली पीढ़ी के 737 व्यवसायिक विमान, पी-8आई अमेरिकी नौसेना के लिए विकसित किए गए पी-8ए पोसीडन से भिन्न है.बोइंग पी-8आई कार्यक्रम प्रबंधक लेलैंड वाइट ने कहा, ‘‘नेवल स्टेशन राजाली पर अब दो विमान होने से भारतीय नौसेना को पी-8आई के अन्य विमानों के साथ अंतर.संचालन में बेहतर अनुभव होगा.’’वाइट ने कहा, ‘‘पहले विमान के परीक्षण अच्छे रहे हैं और परीक्षण के लिए उसकी उपलब्धता बेहतरीन रही है. इसकी मुख्य वजह बोइंग की विश्व व्यापी 737 सहयोग क्षमताओं की उपलब्धता है.’’
कल मिले इस विमान की परीक्षण उड़ानें आगामी महीनों में शुरु होंगी.पहले पी-8आई ने हाल ही में अपनी शस्त्र क्षमताओं का परीक्षण पूरा किया है. इसमें एक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक बोइंग हारपून मिसाइल दागना और गोले छोड़ना शामिल है.