माले : राजनीतिक संकट से घिरे मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्रपति पद के लिए आज होने वाले दूसरे चरण के चुनाव को 16 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया है.यह आदेश पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के पहले दौर में आगे रहने, लेकिन पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहने के एक दिन बाद आया है. अदालत ने कहा, ‘‘सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाता है कि आज का चुनाव नहीं हो सकता.’’ शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि पहले दौर के अगले ही दिन दूसरे चरण का चुनाव कराने से कई लोगों के संवैधानिक अधिकारों का महत्व कम हो सकता है.
अदालत ने देश के सभी संबंधित संस्थानों को आदेश दिया कि दूसरे दौर का चुनाव 16 नवंबर को कराया जाए. अदालत ने कहा कि उसे लगता है कि ‘‘रन ऑफ के लिए शनिवार का दिन सबसे बेहतर रहेगा.’’ एक पराजित उम्मीदवार ने सुप्रीम कोर्ट से ‘रन ऑफ’ स्थगित किए जाने का आग्रह किया था जिसके बाद शीर्ष अदालत ने यह फैसला दिया है.चुनाव आयोग के अध्यक्ष फुवाद तौफीक ने हालांकि, कहा था कि ‘रन ऑफ’ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा, लेकिन पांच घंटे के विलंब से. कल के महत्वपूर्ण मतदान में मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के प्रमुख नशीद ने 46.4 प्रतिशत मत हासिल किए थे. यह आंकड़ा उन्हें 7 सितंबर के मतदान में मिले 45.45 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है.
मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय ने 7 सितंबर के मतदान को निरस्त कर दिया था. प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव्ज (पीपीएम) के नेता अब्दुल्ला यामीन ने निरस्त चुनाव में मिले 25.35 प्रतिशत मतों के मुकाबले करीब पांच प्रतिशत की महत्वपूर्ण बढ़त बनाते हुए 30.3 प्रतिशत मत हासिल किए.जम्हूरी पार्टी (जेएम) के नेता गासिम इब्राहिम ने 23.4 प्रतिशत मत हासिल किए और द्वितीय रनर अप रहे. यामीन ने कहा कि आज ‘रन ऑफ’ नहीं होगा क्योंकि चुनाव आयोग दूसरे दौर के मतदान के लिए पर्याप्त रुप से तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि ‘रन ऑफ’ के लिए मतदाता सूची उस तरह तैयार नहीं की गई जिससे कि पार्टी इसका समर्थन कर सके.
यामीन ने कहा, ‘‘हम रविवार को अंतिम सूची पर हस्ताक्षर करने गए जिसमें 18 साल के हो चुके मतदाताओं के नाम भी शामिल हैं. लेकिन वह सूची हमें नहीं दी गई. सूची के तैयार होते ही हम इस पर दस्तखत करने को तैयार हैं. लेकिन हमें सूची की समीक्षा के लिए कम से कम 48 घंटे का वक्त चाहिए.’चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के चुनाव (रन ऑफ) चुनाव की तारीख पहले 16 नवंबर रखी थी. हालांकि, नशीद, यामीन और इब्राहिम की निवर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन के साथ बुधवार को हुई बैठक में सभी उम्मीदवारों ने 11 नवंबर की संवैधानिक समयसीमा से पहले नया राष्ट्रपति निर्वाचित करने के प्रयास के तहत ‘रन ऑफ’ पहले कराए जाने पर सहमति जताई थी.