स्टॉकहोम : स्कॉटलैंड में जन्मे ब्रिटेन के अर्थशास्त्री एंगस डिएटन (69) को उपभोग, गरीब और कल्याण के विषय पर उनके शोधकार्यों के लिए इस साल अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा आज की गयी. पुरस्कार देने वाली संस्था रायल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने यह घोषणा करते हुए कहा, ‘व्यक्तियों के उपभोग के निर्णय और पूरी अर्थव्यवस्था के लिए उसके परिणाम के बीच संबंधों पर जोर देने वाले उनके शोध कार्य आधुनिक अर्थशास्त्र, समष्टि अर्थशास्त्र और विकास-अर्थशास्त्र का कायाकल्प करने वाले है.’ डिएटन का जन्म 1945 में एडिनबरा में हुआ और इस समय वह अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में पढाते हैं.
अकादमी का कहना है कि डिएटन का काम तीन केंद्रीय प्रश्नों के ईद गिर्द केंद्रित है जिनमें उपभोक्ता अपने खर्च को अलग अलग समानों पर किस तरह बांटते हैं, समाज अपनी आय का कितना खर्च करता है और कितना बचाता है तथा हम कल्याण व गरीबी का श्रेष्ठ आकलन व विश्लेषण कैसे करेंगे.’ पिछले साल अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार फ्रांस के ज्यां तिरोले को दिया गया था. अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार मूल नोबल पुरस्कारों में शामिल नहीं था। स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने अल्फ्रेड नोबल की स्मृति में इसे 1968 में शुरू किया.
डिएटन को स्वीडन के वैज्ञानिक और परोपकारी एल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में समारोह पूर्वक स्वीडन के 80 लाख क्रोनर :9,50,000 अमेरिकी डालर: का यह पुरस्कार दिया जाएगा