लंदन : ब्रिटेन के एक वृद्धाश्रम में 101 वर्षीय एक महिला सहित बुजुर्ग मरीजों का यौन उत्पीडन करने के आरोप में वहां की एक अदालत ने 25 वर्षीय एक भारतीय मूल की महिला को 10 साल जेल की सजा सुनाई है.जनवरी 2014 और इस साल मई के बीच दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड के डेवोन में क्रिस्टीना सेठी नामक इस महिला ने तीन मरीजों – एक पुरुष और दो महिलाओं को निशाना बनाया.
उसकी सुनवाई के दौरान प्लाईमाउथ क्राउन कोर्ट ने बताया कि उसने अपने मोबाइल फोन पर इस उत्पीड़न की फिल्म बनायी थी, जिसे उसने अपने प्रेमी को भेजा था.क्रिस्टीना डिमेंशिया से पीड़ित मरीजों को जानबूझकर कर निशाना बनाती थी, जिनमें से एक 101 वर्षीय महिला भी थी. घटना के दौरान उसकी एक मरीज की मौत भी हो गयी.
कल सजा सुनाते वक्त न्यायाधीश रिचर्ड स्टीड ने कहा कि उसने तीन बेहद संवेदनशील और बुजुर्ग पीडितों के साथ बहुत घिनौना अपराध किया है, जो वृद्धाश्रम में उसकी निगरानी में थे. उन्होंने कहता है, तुमने तीन बुजुर्गों का अपमान किया है जो आप पर विश्वास करते थे.डेवोन और कॉर्नवॉल पुलिस ने क्रिस्टीना के कृत्य को समझ से परे बताया है.
डिटेक्टिव इंस्पेक्टर एड राइट ने बताया, क्रिस्टीना ने ऐसा अपराध किया है जो आम लोग कभी नहीं कर सकते.राइट ने कहा, उसने खुद को स्वार्थी, बेरहम और चालाक दिखाया है. उसने विश्वास और जिम्मेदारी का हनन किया है.क्रिस्टीना का यह अपराध तब प्रकाश में आया जब उसका कंप्यूटर लेकर आये एक व्यक्ति ने यौन उत्पीडन की फिल्म देखी, जिसके बाद उसने पुलिस में इस बात की सूचना दी.
वीडियो में वह दो बुजुर्ग महिलाओं का यौन उत्पीडन करती हुई दिख रही थी, जिसमें से एक ने बेहद असहाय भाव से पूछा, तुम मेरे साथ क्या कर रही हो? क्रिस्टीना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने ये फुटेज अपने प्रेमी को भेजे थे, जिसके लिए वह कुछ भी कर सकती है.यौन उत्पीडन की साजिश के संदेह में 32 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. बहरहाल, आरोप के अभाव में उसे रिहा कर दिया गया.