इस्लामाबाद : ईसाइयों और सिविल सोसाइटी समूहों ने पेशावर में चर्च पर भीषण हमले के दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किए जाने की मांग करते हुए आज पाकिस्तान भर में प्रदर्शन किए.चर्च पर कल हुए दोहरे आत्मघाती बम विस्फोटों में 81 लोग मारे गए हैं. न्याय की मांग करते हुए लोगों ने कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, फैसलाबाद, हैदराबाद , नौशेरा और अन्य शहरों में प्रदर्शन किए. संघीय राजधानी में प्रदर्शनकारियों ने एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया.
कराची में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए गए जिनमें इसा नगरी और नुमाइश चौरंगी भी शामिल है. पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में सभी मिशनरी स्कूल और कालेज बंद रहे जहां तीन दिन के शोक की घोषणा की गयी है. ईसाइयों ने हैदराबाद में भी कई स्थानों पर प्रदर्शन किए.
कल पेशावर में आल सेंट्स चर्च पर हुए हमले में बच्चों और महिलाओं समेत 81 लोग मारे गए और 140 अन्य घायल हो गए. यह पाकिस्तान में दो फीसदी से भी कम की आबादी वाले अल्पसंख्यक समुदाय पर पहला घातक हमला था.
तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के जैनदुल्ला समूह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि अमेरिकी ड्रोन हमलों का बदला लेने के लिए यह विस्फोट किए गए. टंडू, मुहम्मद खान और जमशोरु में प्रेस क्लब के बाहर भी प्रदर्शन किए गए. ईसाई समुदाय ने बहावलपुर, गुजरांवाला, साहीवाल, मंडी बहुउद्दीन और हफीजाबाद में भी प्रदर्शन किए.