इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश में आतंकवाद और उग्रवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करने के लिए आज एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की.इस बैठक से पहले शरीफ और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने यहां प्रधानमंत्री कार्यालय में मुलाकात की. सेना […]
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश में आतंकवाद और उग्रवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करने के लिए आज एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की.इस बैठक से पहले शरीफ और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने यहां प्रधानमंत्री कार्यालय में मुलाकात की.
सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी और गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान के अलावा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जहीरल इस्लाम भी इस बैठक में शरीक हुए थे.क्रिकेटर से राजनेता बने खान ने आतंकवाद के मुद्दे पर विवरण और इस पर सरकार की प्रतिक्रिया लेने के अलावा इस मुद्दे से निपटने के लिए अपना प्रस्ताव पेश करने के लिए इस सर्वदलीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख से एक विशेष मुलाकात की मांग की थी.
देश की सभी प्रमुख पार्टियों ने इस सम्मेलन में शामिल होने का आमंत्रण स्वीकार किया था.शरीफ की अध्यक्षता में होने वाले इस सर्वदलीय सम्मेलन में आईएसआई प्रमुख द्वारा आतंकवाद के मुद्दे पर विवरण दिया जाना निर्धारित था. इस सम्मेलन में सेना प्रमुख भी देश की सुरक्षा व्यवस्था से राजनीतिक नेतृत्व को सूचित करेंगे.गृह मंत्री खान ने कहा कि सरकार देश में शांति व्यवस्था कायम करने का प्रयास कर रही है और राजनीतिक नेतृत्व इसमें वैसा ही पूर्ण सहयोग दे रहा है, जैसा कि उन्होंने कराची में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दिया था.
बैठक को संबोधित करते हुए शरीफ ने देश के सामने मौजूद तीन बड़ी सम्मस्याओं आतंकवाद, अर्थवयवस्था और उर्जा संकट से निपटने के लिए सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होने का आग्रह किया.उन्होंने कहा कि सरकार इन मुद्दों पर कोई राजनीति नहीं करेगी और उम्मीद है कि अन्य पार्टियां भी इन समस्याओं से निपटने के लिए राजनीति से उपर उठेंगी.
उन्होंने इन मुद्दों से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने की आवश्यक्ता पर जोर देते हुए कहा कि देश को इन समस्याओं से निजात दिलाने में सभी को एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए.उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक नई शुरआत करनी चाहिए. राजनीति करना प्रत्येक राजनेता का अधिकार है, लेकिन अहम मुद्दों पर हमारे पास एक राष्ट्रीय सहमति होनी चाहिए.’’
उन्होंने सभी नेताओं को भरोसा दिलाया कि सभी राजनीतिक दलों की मदद से यह सरकार युद्धस्तर पर सभी मुद्दों से निपटेगी. इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि इस संयुक्त प्रयास के साथ पाकिस्तान विकास एवं समृद्धि के एक नए युग में प्रवेश करेगा.