इस्लामाबाद : अफगानिस्तान में लड़खड़ाती सुलह सफाई प्रक्रिया को रफ्तार देने के लिए पाकिस्तान ने आज मंसूर दादुल्लाह सहित सात अफगान तालिबान नेताओं को रिहा कर दिया. इसके साथ ही रिहा किए गए कमांडरों की कुल संख्या बढ़कर 33 हो गई.
विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘अफगान सुलह सफाई प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के इरादे से पाकिस्तान ने सात तालिबान कमांडरों मंसूर दादुल्लाह, सैद वली, अब्दुल मनन, करीम आगा, शेर अफजल, गुल मोहम्मद और मोहम्मद जिया को रिहा कर दिया है.’’एक टांग वाले तालिबान नेता मुल्लाह दादुल्लाह का छोटा भाई मंसूर दादुल्लाह तालिबान का एक वरिष्ठ कमांडर है, जिसे पाकिस्तानी सेना ने 2008 में बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था.
मुल्लाह दादुल्लाह 2007 में दक्षिणी अफगानिस्तान में अफगान और नाटो बलों के संयुक्त अभियान में मारा गया था और मंसूर ने उसकी जगह ले ली थी. उसने अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत हेलमंड में भी अभियानों की अगुवाई की थी.
तालिबान ने दिसंबर 2007 में कहा था कि उसने मंसूर को हटा दिया है क्योंकि वह आदेशों का उल्लंघन करता था. प्रेक्षकों को लगता है कि वह अफगान तालिबान के पास वापिस नहीं जाएगा.
पिछले वर्ष पाकिस्तान ने 26 तालिबान कैदियों को रिहा कर दिया था, लेकिन उसने अब तक अफगानिस्तान की मुल्ला अब्दुल गनी बारादर को रिहा करने की मांग नहीं मानी है. अफगान तालिबान के इस पूर्व सैकंड इन कमांड को 2010 में कराची में गिरफ्तार किया गया था और अफगानिस्तान तभी से उसकी रिहाई की मांग करता रहा है.
पाकिस्तान ने आज रिहा किए गए सातों तालिबान नेताओं को अफगान अधिकारियों के हवाले नहीं किया हालांकि अफगान और अमेरिका सरकार ने इसका आग्रह भी किया था. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई की पाकिस्तान यात्रा के कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान ने इन तालिबान कमांडरों को रिहा किया है. अगस्त के अंत में यहां आए करजई की मुख्य मांगों में तालिबान कैदियों की रिहाई की मांग भी शामिल थी.