लाहौर: वर्ष 2008 के मुम्बई हमले की सुनवाई कर रही पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने आज मामले की सुनवाई अगले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दी क्योंकि मामले के रिकार्ड नहीं पेश किए जाने की वजह से वह दो गवाहों के बयान दर्ज नहीं कर पायी.
अभियोजन प्रमुख चौधरी अजहर ने सुनवाई के बाद पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘दो गवाह- एक निजी और एक संघीय जांच एजेंसी के अधिकारी-अपना बयान दर्ज कराने कराची से यहां पहुंचे थे लेकिन इस्लामाबाद की आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई 30 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी क्योंकि मामले का रिकार्ड अदालत में पेश नहीं किया जा सका. ’’
सुनवाई रावलपिंडी की अडियाला जेल में हुई. न्यायाधीश ने दोनों गवाहों को 30 अप्रैल को अगली सुनवाई के दिन पेश होने के लिए फिर से सम्मन जारी किया और तब मामले का रिकार्ड पेश करने का निर्देश दिया.
अजहर ने कहा, ‘‘मुम्बई मामले को पूरा करने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट से दो महीने की समय सीमा मिलने के बाद मामले का रिकार्ड निचली अदालत में पेश किया जाना था. ’’