वाशिंगटन : अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से कहा है कि सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप से पहले वे कांग्रेस से विचार विमर्श करके उसकी सहमति जरुर ले लें.अमेरिका द्वारा सीरिया में सैन्य विकल्पों पर विचार किए जाने की खबरों के बीच शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉरनेन ने कहा, ‘‘सीरिया के संदर्भ में […]
वाशिंगटन : अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से कहा है कि सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप से पहले वे कांग्रेस से विचार विमर्श करके उसकी सहमति जरुर ले लें.अमेरिका द्वारा सीरिया में सैन्य विकल्पों पर विचार किए जाने की खबरों के बीच शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉरनेन ने कहा, ‘‘सीरिया के संदर्भ में कोई भी कदम उठाए जाने से पहले राष्ट्रपति ओबामा को अमेरिकी जनता के सामने इसे रखना चाहिए और कांग्रेस से इसके बारे में चर्चा करनी चाहिए.’’
कॉरनेन ने कल कहा, ‘‘ओबामा को यह विस्तार से बताना चाहिए कि आखिर कौन से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित दाव पर हैं और उन्हें अपने हर लक्ष्य के बारे में एक विस्तृत योजना लेकर आना चाहिए. साथ ही इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अनुमानित लागत भी बतानी चाहिए.’’लगभग दो दर्जन कांग्रेस सदस्य ओबामा को इस मुद्दे पर पत्र लिख चुके हैं.
इस प्रयास का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस सदस्य स्कॉट रिगेल ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति सीरिया में अगले कदमों पर गौर कर रहे हैं, तो मैं उनसे अपील करता हूं कि वे युद्ध शक्ति प्रस्ताव :वार पावर्स रेजोल्यूशन: के अनुसार, कांग्रेस से विचार विमर्श करें.’’उन्होंने कहा ‘‘किसी भी तरह से सैन्य बल के इस्तेमाल की इजाजत देने से पहले ओबामा को एक आपात सत्र आयोजित करके हमें बुलाना चाहिए.’’ ओबामा को पत्र भेजने के बाद रिगेल ने कहा, ‘‘अमेरिकी संलिप्तता से जुड़े फैसलों पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं.’’
पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘‘हम आपसे दृढ़तापूर्वक यह अपील करते हैं कि सीरिया में अमेरिकी सैन्य बल के इस्तेमाल के आदेश देने से पहले आप कांग्रेस से विचार विमर्श करें और उसकी अनुमति लें.’’आगे पत्र में कहा गया है ‘‘वर्ष 1973 के वार पॉवर्स रिजोल्यूशन और संविधान के अनुसार, ऐसा करना आपकी जिम्मेदारी है.’’इसी बीच व्हाईट हाउस ने इन खबरों को सिरे से नकार दिया कि ओबामा प्रशासन सीरिया में सीमित सैन्य हस्तक्षेप के संबंध में अपनी नीति पर कांग्रेस से सलाह नहीं ले रहा है.
व्हाईट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘यह प्रक्रिया चल रही है. हम सदन और कांग्रेस में सीनेट के नेताओं से सीधे संपर्क कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रक्रिया जारी रहेगी. हमें लगता है कि इस तरह के महत्वपूर्ण मुद्दे पर विचार विमर्श बहुत जरुरी है.’’