काहिरा : मिस्र में लोकतंत्र की स्थापना के लिए हुई क्रांति के दौरान 800 से ज्यादा लोगों की हत्या के लिए उकसाने के आरोपों का सामना करने के लिए देश के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक आज अदालत में पेश हुए.
मुबारक हाल ही में जेल से रिहा हुए हैं और अभी नजरबंद किए गए हैं. जनवरी 2011 में हुस्नी को सत्ता से हटाने के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों की हत्या के मामले में चल रही सुनवायी के छठे सत्र में शामिल होने के लिए 85 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति हेलीकॉप्टर से पुलिस अकादमी पहुंचे.
सरकारी टीवी की फुटेज में मुबारक अपने सह-आरोपी गृहमंत्री, छह सुरक्षा प्रमुखों और अपने दो पुत्रों सहित आरोपियों के कटघरे में खड़े थे. मुकदमों में इस्राइल को कम मूल्य पर गैस बेचकर सरकारी धन बर्बाद करने का मामला भी शामिल है.
मुबारक इसी सप्ताह जेल से रिहा हुए हैं लेकिन अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री हाजेम अल-बेबलावी ने उन्हें नजरबंद कर दिया है. वह काहिरा के सैन्य अस्पताल में हैं. पूर्व राष्ट्रपति को पिछले वर्ष जून में उम्रकैद की सजा सुनायी गई थी लेकिन इस वर्ष जनवरी में उनके मुकदमे की सुनवायी फिर से करने का आदेश दिया गया. इस मामले में मुबारक को मौत की सजा मिल सकती है. उनपर इसके अलावा भी भ्रष्टाचार के अन्य कई मामले चल रहे हैं.