वाशिंगटन : ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अफगानिस्तान के कंधार और जलालाबाद जैसे शहरों में भारत की मौजूदगी को लेकर पाकिस्तान की चिंता जरुरत से अधिक है. जलालाबाद में पिछले सप्ताह भारतीय दूतावास पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर ओबामा प्रशासन की ओर से इस प्रकार का बयान महत्वपूर्ण समझा जा सकता है. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि जेम्स डोबिन्स ने एक वेबसाइट को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह चिंता जरुरत से अधिक है. उनकी मौजूदगी बहुत कम है.
आप अधिक से अधिक एक या दो दर्जन लोगों की बात कर रहे हैं. भारत की अफगानिस्तान में मजबूत आर्थिक और सांस्कृतिक मौजूदगी है. उनका देश से राजयनिक संबंध होना और वहां दूतावास होना पूरी तरह न्यायसंगत है.’’ डोबिन्स से पूछा गया था कि अफगानिस्तान के कंधार और जलालाबाद जैसे शहरों में क्या भारत की मौजूदगी पाकिस्तान को असहज बनाती है. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पाकिस्तान की चिंता का कारण समझता हूं.
यह सीमा पार आतंकवाद से संबंधित है. जैसा कि मैंने संकेत दिया है कि आतंकवादियों की अधिकतर घुसपैठ पाकिस्तान से अफगानिस्तान में होती है लेकिन साथ ही कुछ आतंकवादी दूसरी ओर भी घुसपैठ कर रहे हैं. इसलिए पाकिस्तान की चिंता निराधार नहीं है. हमें बस लगता है कि यह चिंता जरुरत से अधिक है.’’कुछ सप्ताह पहले भारत का दौरा करने वाले डोबिन्स ने कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि भारत या पाकिस्तान चाहता है कि नाटो या अमेरिका अफगानिस्तान से पूरी तरह से चले जाएं. ’’