कोलम्बो: द्विपक्षीय संबंधों में ह्यनई शुरुआत के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना आज चार दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गए. पिछले महीने पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है.पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुआ था.
महिंदा राजपक्षे के 10 साल के शासन को नौ जनवरी को हुए राष्ट्रपति चुनाव में खत्म करने वाले सिरीसेना (63) द्विपक्षीय संबंध के सारे पहलुओं पर कल भारतीय नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे. इन मुद्दों में सहयोग के साथ साथ श्रीलंका में शांति और सुलह प्रक्रिया को और आगे बढाना शामिल है.
राष्ट्रपति के सलाहकारों के मुताबिक कथित युद्ध अपराधों को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था में अमेरिका समर्थित प्रस्ताव का भारत द्वारा समर्थन किए जाने के चलते राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान द्विपक्षीय संबंध प्रभावित होने के बाद नई दिल्ली…कोलंबो के बीच एक नई शुरुआत करने के लिए श्रीलंकाई राष्ट्रपति इच्छुक हैं.
श्रीलंकाई सरकार के प्रवक्ता और मंत्री लक्ष्मण किरीएला ने कोलंबो में कहा, हम भारत के साथ एक नई शुरुआत करेंगे.सिरीसेना पहले ही संकेत दे चुके थे कि वह भारत के साथ एक करीबी संबंध चाहते हैं और अपनी प्रथम विदेश यात्रा के लिए इस देश को चुनेंगे. श्रीलंकाई राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता के दौरान सभी बडे मुद्दों पर चर्चा किए जाने की संभावना है जैसे कि तमिल समुदाय को शक्तियों का हस्तांतरण और मछुआरे का स्थायी मुद्दा.