वाशिंगटन : अमेरिका ने राजनीतिक प्रतिशोध लेने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी अदालतों ने एड्वर्ड स्नोडेन के खिलाफ जासूसी करने और गोपनीय सूचना लीक करने संबंधी जो आरोप लगाए हैं, वे उचित हैं तथा वाशिंगटन आरोपों का सामना करने के लिए स्नोडेन को वापस लाने के मकसद से राजनयिक प्रयास कर रहा है.
विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन प्साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ स्नोडेन के खिलाफ अमेरिकी अदालत में कानूनी ढंग से आरोप लगाए गए हैं. अपराध करने पर गिरफ्तारी का वारंट जारी होने की सूरत में व्यक्ति का पासपोर्ट रद्द कर दिया जाता है हालांकि वह अमेरिका का नागरिक रहता है. हम चाहते हैं कि स्नोडेन अमेरिका आकर यहां की प्रक्रिया और कानून के अनुसार आरोपों का सामना करे.’’
स्नोडेन ने इससे एक दिन पहले भारत, रुस, जर्मनी और चीन समेत 21 देशों से शरण मांगी थी जिनमें से भारत, ब्राजील और पोलैंड ने उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है.
प्साकी ने स्नोडेन के शरण देने के आग्रह को भारत द्वारा अस्वीकार करने के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर नहीं दिया. प्साकी ने कहा, ‘‘ मैं किसी विशेष देश के बारे में बात नहीं करना चाहती. हम कई दिनों से ऐसे देशों के संपर्क में है जहां वह रास्ते में रक सकते हैं या जो देश उनके अंतिम पड़ाव हो सकते हैं. हमने सार्वजनिक तौर पर यह कहा है कि स्नोडेन गोपनीय सूचना लीक करने के आरोपी हैं. हम चाहते हैं कि वह अमेरिका वापस आ जाएं. हमें उम्मीद है कि ऐसा होगा.’’