ब्रिस्बेन : विश्व की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं की सदस्यता वाले जी20 समूह ने इबोला प्रसार पर लगाम कसने के लिए सभी प्रयास करने की आज प्रतिबद्धता जतायी और इससे जुड़ी आर्थिक लागत पर ध्यान दिये जाने को कहा. लेकिन समूह के नेताओं ने इस बारे में कोई आर्थिक प्रतिबद्धता नहीं जतायी. गौरतलब है कि इबोला […]
ब्रिस्बेन : विश्व की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं की सदस्यता वाले जी20 समूह ने इबोला प्रसार पर लगाम कसने के लिए सभी प्रयास करने की आज प्रतिबद्धता जतायी और इससे जुड़ी आर्थिक लागत पर ध्यान दिये जाने को कहा. लेकिन समूह के नेताओं ने इस बारे में कोई आर्थिक प्रतिबद्धता नहीं जतायी.
गौरतलब है कि इबोला के कारण अबतक पांच हजार लोगों की जान जा चुकी है. जी 20 समूह के नेताओं ने आज इस घातक वायरस से निबटने के संबंध में एक बयान जारी किया. इससे कई दिनों पहले पश्चिम अफ्रीका में इबोला संकट से जूझ रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने इन नेताओं से और संसाधानों के लिए गुहार लगायी थी. इन स्वास्थ्य कर्मियों ने इस वायरस के घातक प्रसार को रोकने के समय उनके सामने आने वाली भीषण परिस्थितियों का जिक्र किया था.
बयान में कहा गया, ‘‘गिनी, लाइबेरिया एवं सियरा लियोन की सरकारें और जनता अफ्रीकी संघ एवं अन्य अफ्रीकी देशों की मदद से इस प्रसार से निबटने के लिए जोरदार प्रयास कर रही हैं. हम स्वास्थ्य देखभाल एवं राहत कर्मियों की साहसी सेवा की सराहना करते हैं’’
इसमें कहा गया, ‘‘हम दुनिया भर के देशों, संयुक्त राष्ट्र एवं विश्व स्वास्थ संगठन जैसी उसकी संस्थाओं, अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संगठनों एवं वित्तीय संस्थानों, गैर सरकारी एवं धार्मिक संगठनों एवं निजी क्षेत्र की भी सराहना करते हैं.’’ बयान में कहा गया, ‘‘हम इबोला आपात प्रतिक्रिया के बारे में संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रसार को रोकने के लिए क्षमता निर्माण, प्रभावितों के उपचार, आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने, स्थिरता बरकरार रखने और प्रसार को आगे रोकने के लिए किये जाने वाले मौजूदा कार्यो का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं. हम उससे अनुरोध करते हैं इन उद्देश्यों को हासिल करने वाले वह त्वरित गति से काम करे.’’