बर्लिन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिका और रुस के परमाणु आयुध भंडार को कम करने और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए आज फिर से आह्वान किया.
अपने व्यापक भाषण में ओबामा ने कहा कि वह चाहते हैं कि बर्लिन जैसी वह भावना फिर से पैदा हो जो उसने शीतयुद्ध के दौरान खुद के एकीकरण के लिए दर्शाई थी. ओबामा ने शहर के ऐतिहासिक ब्रांडेनबर्ग गेट पर छह हजार आमंत्रित अतिथियों के समक्ष अपने भाषण में कहा, ‘‘आज का खतरा उतना भीषण नहीं है, जितना यह आधा सदी पहले था, लेकिन स्वतंत्रता और सुरक्षा तथा मानव गरिमा के लिए संघर्ष जारी है.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका और रुस के परमाणु भंडार में एक तिहाई कमी लाए जाने का आह्वान किया और कहा कि परमाणु हथियारों को सीमित करने के बाद भी अमेरिका की सुरक्षा और एक मजबूत प्रतिरोधक शक्ति संभव है.
ओबामा ने पूर्व में भी परमाणु हथियारों में कमी लाए जाने का आह्वान किया था. लेकिन व्यापक विदेश नीति भाषण में इस पर बोलकर ओबामा ने ऐसे मुद्दे को फिर से उठाने का संकेत दिया है जो उनके पहले कार्यकाल के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे का केंद्र बिन्दु था.
उन्होंने रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अप्रसार के मुद्दे पर सोमवार को उत्तरी आयरलैंड में जी-8 शिखर सम्मेलन से इतर चर्चा की थी. ओबामा के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका और रुस नई ‘स्टार्ट’ संधि के तहत अपने परमाणु हथियारों की संख्या घटाकर 1550 तक करने पर सहमत हुए थे.