गाजा, यरुशलम: मिस्र की ओर से स्थायी संघर्ष विराम का आह्वान किए जाने के एक दिन बाद आज गाजा में इस्राइल के हमले में दो फलस्तीनी मारे गए. गाजा में 48 दिनों के संघर्ष में 2100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.गाजा पट्टी पर इस्राइली हमले की गति कल के मुकाबले आज कम थी. कल उसने कम से कम 60 हमले किए थे जिनमें 10 फलस्तीनी मारे गए थे.
अभी दोनों पक्षों में से किसी को इसका संकेत नहीं मिला है कि वह मिस्र की ओर से प्रस्तावित संघर्ष विराम को मानने के लिए तैयार है. मिस्र ने इस्राइल और हमास से अपील की है कि वे संघर्ष विराम पर बातचीत के लिए काहिरा पहुंचे.इस्राइली सेना ने कहा है कि आज सुबह गाजा में 20 ‘आतंकी ठिकानों’ को निशाना बनाकर हवाई हमले किए गए, जबकि फलस्तीनी चरमपंथियों की ओर से 20 रॉकेट दागे गए.
गाजा में आपात सेवा का कहना है कि पश्चिमी गाजा में इस्राइल के हमले में दो फलस्तीनी मारे गए और पांच घायल हो गए.बीते मंगलवार को मिस्र की मध्यस्थता वाले कूटनीतिक प्रयास के नाकाम होने के बाद के संघर्ष में अब तक 88 फलस्तीनी और चार साल का एक इस्राइली बच्चा मारे जा चुके हैं.
इस साल 8 जुलाई से इस्राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में अब तक 2100 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि मारे गए फलस्तीनियों में 70 फीसदी आम नागरिक हैं. इस पूरे संघर्ष में 68 इस्राइली मारे गए हैं जिनमें अधिकतर सैनिक हैं.
दोनों पक्षों में स्थायी संघर्ष विराम पर अभी सहमति नहीं बन पाई है. पिछले दिनों हमास ने मिस्र की मध्यस्थता से लाए गए संघर्षविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उसके तहत इस्राइल गाजा पर क्रमबद्ध ढंग से अपनी नाकेबंदी हटाता लेकिन उसने कोई स्पष्ट वादा नहीं किया.हमास ने सीमा पर घेराबंदी हटाने की मांग की है. वर्ष 2007 में गाजा पट्टी में हमास का शासन आने के बाद इस्राइल और मिस्र ने घेराबंदी की थी.
उधर, इस्राइल के लिए ‘‘मुखबिरी’’ करने के संदेह में हमास ने चार और फलस्तीनी नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया है.इसके साथ ही मारे गए फलस्तीनी संदिग्ध मुखबिरों की संख्या बढकर 25 हो गई. इनमें से 18 नागरिकों को शुक्रवार को और तीन को गुरुवार को मौत के घाट उतारा गया.