काठमांडो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल से शुरु हो रही अपनी नेपाल यात्रा के दौरान यहां पांचवी शताब्दी के पशुपतिनाथ मंदिर में आधे घंटे की विशेष पूजा अर्चना करेंगे. वह काठमांडो के बाहरी इलाके में बागमती नदी के तट पर स्थित इस मुख्य मंदिर में सोमवार को शिवलिंग का पंचामृत स्नान कराकर पूजा अर्चना करेंगे. उन्हें मुख्य पुरोहित गणेश भट्टा से प्रसाद मिलेगा जो दक्षिण भारत के रहने वाले हैं.मंदिर में सदियों से दक्षिण भारत के ब्राह्मणों में से चार पुरोहित और एक मुख्य पुरोहित रखने की परंपरा है.
मंदिर का प्रबंधन संभालने वाले पशुपति क्षेत्र विकास न्यास के प्रमुख गोविंद टंडन के अनुसार 21 ब्राह्मणों का एक समूह रुद्रि पाठ करेगा जबकि मुख्य पुरोहित प्रार्थना करेंगे. मोदी मुख्य मंदिर के दक्षिण में बासुकी मंदिर में भी प्रार्थना करेंगे. उनके यहां पहुंचने पर मंदिर के समीप के वेदविद्याश्रम के 108 युवा ब्राह्मण विद्यार्थी वैदिक मंत्रोच्चार कर उनका स्वागत करेंगे. गणमान्य अतिथियों के स्वागत में पारंपरिक नेवारी ड्रम धिमे और बांसुरी भी बजायी जाएगी.
भारतीय प्रधानमंत्री पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में करीब दो दर्जन देवी-देवताओं की पूजा करेंगे. इस अवसर पर उन्हें मंदिर प्रशासन मंदिर की प्रतिकृति प्रदान करेगा. यह मंदिर दुनियाभर में शिव के अति महत्वपूर्ण मंदिरों में एक है और उसे यूनेस्को के धरोहर सूची में स्थान प्राप्त है. प्रशासन के अनुसार हिंदू कैलेंडर के मुताबिक श्रावण में सोमवार पावन समझा जाता है तथा भारत एवं नेपाल से करीब तीन लाख श्रद्धालु इस मंदिर में पहुंचते हैं.
पिछले सप्ताह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मंदिर में पहुंची थीं. उनकी यात्रा के दौरान मंदिर के संरक्षण के लिए 25 करोड रुपये की सहायता पैकेज की घोषणा हुई थी. भारत ने मंदिर के लिए दो करोड रुपये मूल्य का 2500 किलोग्राम श्रीखंड चंदन देने की भी पेशकश की है. भारत की मदद से मंदिर परिसर में 400 बिस्तरों वाला एक धर्मशाला भी बनाया जा रहा है.