गाजा/यरुशलम:हमास के रॉकेट हमलों को रोकने और उसके जमीनी ढांचे को तबाह करने के मकसद से इस्राइल द्वारा गाजा में चलाये जा रहे सैन्य अभियान में और 42 फिलीस्तीनी मारे गये. इसके साथ ही 18 दिनों के इस संघर्ष में मरनेवाले फिलीस्तीनियों की संख्या 800 से अधिक हो गयी. शुक्रवार को उत्तरी गाजा स्थित संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल भवन को इस्राइल ने उड़ा दिया. इसमें 20 फिलीस्तीनी की मौत, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गये. इसके बाद संघर्ष विराम को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग और तेज हो गयी है.
हमले के समय स्कूल में सैकड़ों विस्थपित मौजूद थे. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने इस हमले की भर्त्सना की है. इस हमले से कुछ घंटे पहले संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने चेतावनी दी थी कि फिलीस्तीनी क्षेत्र में इस्राइल की कार्रवाई को युद्ध अपराध माना जा सकता है. मून ने कहा कि शुक्रवार का हमला इस जरूरत को रेखांकित करता है कि हत्याएं अब रुकनी चाहिए. गाजा के दक्षिणी इलाके के कस्बे डेर अल बालाह में इस्राइल के हवाई हमले में दो महिलाओं की मौत हो गयी.
-118,000 से अधिक लोग स्कूलों में लिये हुए हैं शरण
-खाना और पानी की मांग कर रहे लोग
-इस्राइली प्रधानमंत्री बान की मून और ब्रिटिश विदेश मंत्री से कर चुके हैं मुलाकात
इस्राइल के लिए कई उड़ानें रद्द बर्लिन
यूरोप की कई प्रमुख विमान सेवाओं ने सुरक्षा स्थितियों से जुड़ी चिंताओं के बीच इस्राइल के लिए शुक्रवार को अपने विमानों की उड़ानों का स्थगन और विस्तारित कर दिया. जर्मन विमान सेवा लुफ्थांसा और दूसरी सबसे बड़ी विमान सेवा एयर बर्लिन ने घोषणा की कि उन्होंने तेल अवीव के बेन गुरियों अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शुक्रवार से उड़ान भरने और यहां उतरने के लिए सूचीबद्ध सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं. हमास द्वारा दागा गया रॉकेट मंगलवार को पास के हवाई अड्डे पर आकर गिरने के बाद ये उड़ानें स्थगित की गयी हैं. बयान में कहा गया, फ्रैंकफर्त, म्यूनिख, ज्यूरिक, वियना आदि से शुक्रवार से तेल अवीव जानेवाली लुफ्थांसा समूह की सभी 20 उडानें रद्द कर दी गयी हैं. लुफ्थांसा समूह में मूल कंपनी के अलावा जर्मनविंग्स, ऑस्ट्रियन एयरलाइंस, स्विस और ब्रसेल्स एयरलाइंस भी शामिल हैं.