वाशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने अपने पास मौजूद असाधारण परिस्थितिजन्य साक्ष्यों का हवाला देते हुए कहा कि दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान को मार गिराने के लिए रुस समर्थित यूके्रन विद्रोहियों ने जिस अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली का उपयोग किया, वह रुस द्वारा उपलब्ध कराई गई थी. इस विमान हादसे में 298 लोगों की मौत हुई थी.
केरी ने सीएनएन से कहा, यह काफी स्पष्ट है कि यह ऐसी प्रणाली है जो रुस से अलगाववादियों के हाथों में गई. उन्होंने कहा कि बक एम वन विमान विरोधी मिसाइल प्रणाली का उपयोग गुरुवार को पूर्वी यूक्रेन में एमएच 17 विमान को मार गिराने के लिए किया गया था.
केरी ने कहा, हम पूरे विश्वास के साथ जानते हैं कि यूके्रन के पास इस तरह की प्रणाली नहीं है. केरी ने कहा कि अमेरिका के पास इस घटना से जुडे असाधारण परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं. उन्होंने कहा, हमें पता है कि यह कहां से आया. हम इसका समय भी जानते हैं.
इससे पहले, वाशिंगटन पोस्ट अखबार ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा, हमारा मानना है कि वे कम से कम तीन बक मिसाइल लांचरों को रुस में वापस लाने की कोशिश कर रहे थे. इस घटना में विमान में सवार सभी 298 लोग मारे गये थे. अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी खुफिया विभाग को एक सप्ताह से कुछ दिन पहले संकेत मिलने शुरु हो गये थे कि यूक्रेन में रुसी मिसाइल लांचर पहुंचाये गये हैं.
इस बीच, लंदन में मीडिया में आई खबर के अनुसार, रुस समर्थित विद्रोहियों ने यूके्रेन का सैन्य परिवहन विमान समझकर 298 यात्रियों को लेकर जा रहे मलेशियाई विमान को मार गिराया. द संडे ने खबर दी कि सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल लांचर गुपचुप तरीके से रुस की सीमा से युद्ध प्रभावित पूर्वी यूक्रेन में आया. उधर, पूर्वी यूक्रेन के एक अलगाववादी नेता ने कहा कि विद्रोहियों को मलेशिया एयरलाइंस का ब्लैक बाक्स मिला है. एलेक्जेंडर बोरोदई ने कहा कि ये डिवाइस अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन को सौंपा जाएगा.