मॉस्को:वैज्ञानिकों ने पराबैंगनी और विशेष इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल करके मंगल ग्रह पर एक नयी तरह की धूल का पता लगाया है. रूसी और फ्रांसीसी वैज्ञानिकों के एक समूह ने उपग्रह के जरिये हासिल विवरण का बारीकी से अध्ययन किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मंगल के वातावरण में धूल के कण दो तरह के हो सकते हैं.
मॉस्को भौतिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान और पेरिस आब्जर्वेटरी तथा लैटमॉस अनुसंधान प्रयोगशाला के शोधकर्ताओं ने उपग्रह के जरिये मिले विवरण का अध्ययन किया. वैज्ञानिकों ने पाया कि मंगल के वातावरण में मिलनेवाले धूल के कण सजातीय नहीं हैं, लेकिन मुख्य रूप से इन्हें दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है. पहले तरह के कण में एच2ओ की मात्र है और इसका औसत व्यास 1.2 माइक्रो मिलीमीटर होता है. दूसरे तरह का कण पहले के मुकाबले अधिक पतला होता है. इसका औसत व्यास 0.04-0.07 माइक्रो मिलीमीटर है.