पेरिस/लंदन:खतरनाक इसलामी आतंकी समूह बोको हरम के खिलाफ नाइजीरिया और चार पड़ोसी देशों ने ‘युद्ध’ का एलान किया है. इन देशों का कहना है कि बोको हरम ने ‘क्षेत्रीय अल कायदा’ का रूप ले लिया है. पिछले माह ही संगठनों ने 220 से अधिक स्कूली छात्रओं का अपहरण इसी संगठन ने कर लिया था. ‘वैश्विक और क्षेत्रीय कार्य योजना’ के तहत नाइजीरिया, बेनिन, कैमरुन, नाइजर और चाड़ की सरकार आपस में खुफिया और सीमा निगरानी में एक-दूसरे को सहयोग के साथ अपहृत लड़कियों को खोजने के प्रति प्रतिबद्धता जतायी.
इस कट्टर इसलामी संगठन के खिलाफ इन अफ्रीकी देशों की लड़ाई में पश्चिमी देश तकनीकी विशेषज्ञता के साथ प्रशिक्षण भी देंगे. शनिवार को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति होलांडे ने एक शिखर सम्मेलन में कहा कि ‘बोको हरम एक स्थानीय आतंकी संगठन है. यह स्पष्ट रूप से अल कायदा के ऑपरेशन के रूप में काम कर रहा है.’ इस सम्मेलन में ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों भी मौजूद थे. सम्मेलन में पश्चिमी देशों ने कहा कि बोको हरम प्रचारित करता है कि ‘पश्चिमी शिक्षा पाप’ है.इस आतंकी गुट का लक्ष्य पूरे नाइजीरिया और अफ्रीका में जबरन शरीयत कानून लागू करना है, जहां मुसलिमों और किश्चियनों की संख्या ज्यादा है. नाइजीरियाई राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने कहा कि बोको हरम जहां सक्रिय है, वहां नाइजीरिया ने 20 हजार सैनिक, एयरक्राफ्ट और खुफिया सूत्र तैनात किये गये हैं. सबसे बड़ी चुनौती लापता छात्रओं के ठिकाने और उनके हालात के बारे में पता लगाना है, क्योंकि गलत सूचना के कारण अब तक के हमारे खोज व बचाव कार्य विफल रहे हैं.
पिछले महीने बोको हरम ने पूर्वोत्तर नाइजीरिया से 223 स्कूली छात्राओं का अपहरण कर लिया था. हालांकि पिछले सप्ताह बोको हरम ने वीडियो जारी कर कैदियों की रिहाई की मांग की थी, जिसमें करीब 100 छात्राओं को दिखाया गया था. वहीं अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति जोनाथन ने कैदियों की रिहाई पर बातचीत की संभावना से इनकार किया है.