इस्लामाबाद : अल्पसंख्यक समुदाय के पीएमएल-एन नेता ने आज कहा कि पिछले पांच वर्ष में धार्मिक हिंसा के कारण करीब 25,000 हिन्दू पाकिस्तान छोड़कर भारत जाने पर विवश हो गए हैं. पाकिस्तानी हिन्दू काउंसिल के संस्थापक डॉक्टर रमेश कुमार वनकवानी ने आरोप लगाया कि सिंध प्रांत में स्थिति बहुत खराब है और आव्रजन वहीं से हो रहा है.
वनकवानी ने बताया, मैंने नेशनल एसेम्बली में लिखित सवाल पूछा था जिसके बाद मुझे सूचित किया गया कि पिछले 25 वर्षों में करीब 25,000 पाकिस्तानी हिन्दू देश छोड़कर भारत गए हैं. उन्होंने कहा कि सिंध में पिछले दो महीनों में धार्मिक अशांति की कम से कम छह घटनाएं हुई हैं. अंतिम घटना सात मई की है जब अल्पसंख्यकों की दो धार्मिक पुस्तकें जला दी गयीं.
वनकवानी ने कहा, खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में भी कानून-व्यवस्था की समस्या है. लेकिन हिन्दू सिंध से भाग रहे हैं. पिछली बडी घटना मार्च महीने में हुई थी जब पवित्र पुस्तक के कथित अपवित्रीकरण के कारण गुस्से से भरी भीड़ ने एक हिन्दू मंदिर पर हमला किया और एक धर्मशाला को आग लगा दी. इन घटनाओं के कारण सिंध के लरकाना शहर में कर्फ्यू लगाना पडा.
इस घटना के कारण होली का उत्सव फीका पड गया. उन्होंने कहा, लोग अभी भी डरते हुए मेले में जाते हैं. नेशनल एसेम्बली में कल वनकवानी ने कहा कि प्रभावशाली लोग सुदूर सिंध में बलपूर्वक हिन्दू लड़कियों का धर्मांतरण करा रहे हैं और सरकार से अनुरोध किया कि मुस्लिम बहुमत द्वारा ऐसी कोशिशों को रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए.