काबुल : तालिबान के खतरे का साहसपूर्वक सामना करते हुए अफगानिस्तान में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरु हो गया. इस्लामी विद्रोहियों ने चुनाव को एक विदेशी साजिश बताया है और इसे खारिज करते हुए अपने लोगों से मतदान कर्मियों, मतदाताओं और सुरक्षा बलों पर हमला करने को कहा है. इसके मद्देनजर देश में सुरक्षा कडी कर दी गई है.
मतदान आज सुबह सात बजे शुरु हुआ. अफगानिस्तान में पिछले 13 वर्ष से हामिद करजई राष्ट्रपति पद पर काबिज हैं. इस चुनाव के जरिए देश के इतिहास में पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होगा. गृह मंत्रालय पर बुधवार को आत्मघाती हमले समेत राजधानी काबुल में हुए हमलों के मद्देनजर इन चुनावों में सुरक्षा एक बडी चिंता है. गृह मंत्री उमर दाउदजेई ने कहा कि देशभर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बडी संख्या में अफगान सेना के जवान, खुफिया सेवा अधिकारी और पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
देश में कुल दो करोड 80 लाख की अनुमानित जनसंख्या में से करीब एक करोड 35 लाख लोग मतदान करने के योग्य हैं. मतदान शाम चार बजे तक होगा. संविधान के अनुसार करजई फिर से राष्ट्रपति चुनाव में खड़े नहीं हो सकते हैं. इस बार राष्ट्रपति पद के लिए पूर्व विदेश मंत्री जलमई रसूल, अब्दुल्ला अब्दुल्ला और अशरफ गनी उम्मीदवार हैं. प्रारंभिक परिणामों की घोषणा 24 अप्रैल को होगी. यदि कोई उम्मीदवार इस चरण में 50 प्रतिशत मत हासिल नहीं कर पाता है तो ह्यरन ऑफह्ण चुनाव मई के अंत में होगा.