नयी दिल्ली : अगर आप सऊदी अरब जाने वाले हैं और इस्लाम के आलोचक हैं, तो ध्यान दें. अरब के शाही आदेशानुसार अगर कोई व्यक्ति इस्लाम के सिद्धांतों पर विश्वास पर नहीं करता और अल्लाह को नहीं मानता, तो उसे आतंकवादी माना जायेगा. नये कानून के जरिये सऊदी के राजा अब्दुल्ला के सभी राजनीतिक विरोधियों को कुचलने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है.
ये कानून खासकर उनके खिलाफ है जो सीरिया के गृहयुद्ध में भाग ले रहे हैं. ऐसे लोगों में से कई वापस आ गये हैं और यहां की राजशाही सरकार को गिराने के लिए ट्रेनिंग देने में जुट गए हैं. नये शाही कानून के तहत 3 से 20 साल की सजा का भी प्रावधान है.
कानून में ऐसा प्रावधान है कि इस्लाम की बुनियाद पर सवाल उठानेवाले को पूरी तरह से आतंकी जायेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अथॉरिटी को ये मंजूर नहीं कि कोई भी उनकी नीति का विरोध करे. अगर कोई ऐसा करता है उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.