आसनसोल: आसनसोल नगर निगम में एक करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले में फंसे सफाई विभाग के प्रभारी व पर्यावरण अधिकारी तापस घोष के खिलाफ आखिरकार मेयर तापस बनर्जी ने आसनसोल दक्षिण थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. उसके आधार पर पुलिस ने गुरुवार को घोष को गिरफ्तार कर लिया.उस पर फरजी कर्मियों के नाम पर वेतन उठाने समेत कई मामलों में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है.
मेयर ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उसने फरजी बिल बनाकर राशि निकासी की है. प्रत्येक माह में चार लाख रुपये उसने अधिक लिये हैं. पिछले दस माह तक के पेमेंटशीट तक की जांच हुई है. जांच प्रक्रिया जारी है. वर्तमान बोर्ड ने अपना कार्यकाल शुरू करने पर कई मदों पर राशि भुगतान चेक से शुरू किया है.
स्थायी के साथ- साथ अस्थायी कर्मियों का वेतन भी चेक के माध्यम से शुरू किया गया. ताकि वित्तीय गड़बड़ी न हो. लेकिन दुख की बात है कि नगर निगम की वित्तीय कमेटी ने पिछले डेढ़ वर्ष में इस प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं पकड़ी. जबकि नियमानुसार इस कमेटी के चेयरमैन विपक्ष के सदस्य होते हैं. दिन- प्रतिदिन कमेटी को नगर निगम के अकाउंट्स की जांच करनी चाहिए. वित्तीय कमेटी एक वैधानिक कमेटी है. इसमें मेयर या उपमेयर की अनुमति की कोई जरूरत नहीं पड़ती है.
मेयर ने कहा कि पुलिस ने समस्त कागजात जब्त कर अपने साथ ले गयी है. पुलिस को जांच में पूर्ण सहयोग किया जायेगा. जरूरत पड़ने पर इसकी सीआइडी जांच होगी. सीआइडी जांच से संतुष्ट नहीं होने पर सीबीआइ जांच भी करायी जायेगी. मेयर का कहना है कि वर्तमान बोर्ड द्वारा सतर्कता बरतने पर ही यह गड़बड़ी पकड़ी गयी है. शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम को इससे अवगत कराया गया है. चेयरमैन जीतेंद्र तिवारी भी थे.