
रियो ओलंपिक में सोमवार का दिन भारतीय हॉकी प्रेमियों के लिए झटका देने वाला साबित हुआ जब जर्मनी ने खेल ख़त्म होने से ठीक तीन सेकंड पहले गोल दागकर ओलंपिक हॉकी: जर्मनी ने भारत को हराया .
लेकिन इस हार के बावजूद रियो में भारतीय हॉकी टीम की उम्मीदें बची हुई हैं और भारतीय टीम ने जिस तरह से जर्मनी के ख़िलाफ़ खेल दिखाया उससे वो पदक भी हासिल कर सकती है.
रियो में कुल 12 टीमें हॉकी में हिस्सा ले रही हैं जिन्हें 6-6 टीमों के दो ग्रुप में बांटा गया है.
हर ग्रुप से अंक तालिका के आधार पर पहली चार टीमें क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंचेंगी.
भारतीय टीम पूल बी में दो मैच खेल चुकी है और एक जीत, एक हार के साथ फ़िलहाल चौथे नंबर पर है.

भारत ने आयरलैंड को हराया और जर्मनी से 2-1 से हार गई है.
भारत से आगे जर्मनी, नीदरलैंड्स और अर्जेंटीना की टीमें हैं.
आज भारत का मुक़ाबला अर्जेंटीना से है. भारत अगर आज का मैच जीत जाता है या ड्रॉ भी खेल लेता है तो उसके क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बेहद मज़बूत हो जाएंगी.
अर्जेंटीना के ख़िलाफ़ हार के बाद भी भारत के पास अंतिम आठ में पहुंचने की उम्मीद होगी क्योंकि फिर भारत को नीदरलैंड्स और कनाडा के ख़िलाफ़ मैच खेलने हैं.
नीदरलैंड्स की टीम ख़ासी मज़बूत है लेकिन मौजूदा फ़ॉर्म के हिसाब से भारतीय टीम कनाडा को आसानी से हरा सकती है और क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंच सकती है.

हां, भारतीय टीम को कोशिश करनी होगी कि पूल में वो चौथी टीम के रूप में क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश पाने से बचे. क्योंकि पूल ए में ऑस्ट्रेलिया बेहद मज़बूत टीम है और विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया ही उस पूल में टॉप पर रहेगी.
ऐसे में चौथे नंबर पर रहने से भारतीय टीम को क्वार्टर फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना पड़ सकता है और सेमीफ़ाइनल की राह मुश्किल हो सकती है.
अगर भारत अपने पूल में दूसरे या तीसरे नंबर पर भी रहता है तो उसके क्वार्टर फ़ाइनल के बाद सेमीफ़ाइनल में भी पहुंचने के बेहतर अवसर हो सकते हैं.
(बीबीसी हिंदी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)