
मध्य प्रदेश के मंदसौर में जिस गोमांस रखने के शक में दो मुस्लिम महिलाओं से मारापीटा गया था, वो जांच में भैंस का पाया गया है.
मंगलवार को मंदसौर में कथित हिंदू संगठन के लोगों ने दो महिलाओं को पीटा था. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य में विपक्ष ने भाजपा सरकार को घेरा है.
पुलिस ने इन महिलाओं को गिरफ़्तार कर 30 किलो मांस बरामद किया था. जांच मेें पता चला कि वह गोमांस नहीं था.
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य में भाजपा और उससे जुड़े संगठन डर का माहौल पैदा करना चाहते हैं.
कांग्रेस विधायक आरिफ़ वक़ील ने कहा, ”महिलाओं को गिरफ़्तार किया गया, उन पर इल्ज़ाम लगाया गया कि इनके पास जो गोश्त है, वो गाय का है. अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद सरकार को मुआवज़ा देना चाहिए. उनसे माफ़ी मांगनी चाहिए."
राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जांच के आधार पर दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी. गृह मंत्री इससे पहले मांस की तस्करी में किसी गिरोह के शामिल होने की बात कह चुके हैं.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भैंस के मांस के लाने-ले जाने पर प्रतिबंध है. इसमें पकड़े जाने पर सज़ा का प्रावधान है.
इस मामले में पुलिस का भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं कि जब मुसलमान महिलाओं की पिटाई हो रही थी, तो पुलिस खड़ी होकर तमाशा देख रही थी.

मंदसौर के पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा ने कहा कि ये सामाजिक समस्या है. लोगों को संयम से काम लेना चाहिए. इस प्रवृत्ति को संबंधित लोगों के माध्यम से ख़त्म करने की कोशिश की जानी चाहिए.
इससे पहले भी मध्य प्रदेश के हरदा में गोमांस रखने के शक में एक मुस्लिम दंपति के साथ ट्रेन में मारपीट की गई थी.
बुधवार को यह मामला बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यसभा में उठाया था.
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